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शहीद एसपीओ के परिवारों की मदद करे देश, ट्वीटर पर छेड़ी फंड जुटाने की मुहिम

जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक डॉ. एसपी वैद के सोमवार सुबह ट्विटर फंड जुटाने की मुहिम के पहले दिन शाम चार बजे तक 4.24 लाख एकत्र हुए।

By Arti YadavEdited By: Published: Mon, 06 Aug 2018 10:22 AM (IST)Updated: Mon, 06 Aug 2018 11:36 PM (IST)
शहीद एसपीओ के परिवारों की मदद करे देश, ट्वीटर पर छेड़ी फंड जुटाने की मुहिम
शहीद एसपीओ के परिवारों की मदद करे देश, ट्वीटर पर छेड़ी फंड जुटाने की मुहिम

राज्य ब्यूरो, जम्मू। देशवासी जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का सामना करते शहीद हुए 499 स्पेशल पुलिस ऑफिसरों (एसपीओ) के परिवारों के पुनर्वास के लिए आगे आएं। जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक डॉ. एसपी वैद के सोमवार सुबह इस संदेश के साथ ट्विटर फंड जुटाने की मुहिम के पहले दिन शाम चार बजे तक 4.24 लाख एकत्र हुए।

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डीजी की अपील को 469 देशवासियों ने शेयर कर मुहिम को तेजी दी। डीजीपी ने शहीद परिवारों के लिए तीन करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। फंड का इस्तेमाल सेंट्रल पुलिस वेलफेयर फंड कमेटी के जरिये किया जाएगा। डीजीपी वेलफेयर फंड कमेटी के चेयरमैन हैं।

डीजी के पीआरओ एसपी मनोज शीरी ने बताया कि जुटाए गए फंड का इस्तेमाल शहीद एसपीओ के बच्चों को शिक्षा व प्रोफेसनल कोर्स के लिए इस्तेमाल होगा। राज्य में 2010 तक आतंकवाद से लड़ते शहीद होने वाले एसपीओ के परिवार को ढाई लाख का मुआवजा मिलता था।

शहीद के परिवार को ढाई लाख की विशेष राशि, पांच लाख का मुआवजा व जनता इंश्योरेंस के 10 लाख मिलते हैं। अधिकतर एसपीओ समाज के कमजोर वर्ग से हैं। ऐसे में शहीद परिवारों को आर्थिक सहयोग देने के बाद उन्हें सहारा दिया जाता है। 

जम्मू कश्मीर में कानून एवं व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए स्पेशल पुलिस ऑफिसरों की अस्थायी नियुक्ति की जाती है। वे पुलिस जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ने सिर्फ कानून एवं व्यवस्था सुनिश्चित करते हैं अपितु आतंकवाद का सामना करते हैं। शहीद होने पर अस्थायी होने के कारण उन्हें वे लाभ नही मिलते हैं, जो पुलिस के एक शहीद को मिलते हैं।

डीजीपी के सुबह आठ बजे यह मुहिम छेड़ने के साथ ट्विटर पर अभियान को सहयोग देने संबंधी संदेश आने लगे। कुछ ने स्पेशल पुलिस अधिकारियों को लेकर स्पष्ट नीति न होने पर सरकार को भी घेरा। उन्होंने लिखा है कि जब एसपीओ पुलिस कर्मियों के बराबर काम करते हैं, शहादत देते हैं तो उनके परिवारों के पुनर्वास के लिए बराबर सहयोग क्यों नहीं दिया जाता है।

जम्मू कश्मीर में 31 हजार एसपीओ पुलिस में हैं। उन्हें हर महीने छह हजार मानदेय के रूप में दिए जाते हैं। एसपीओ को मिलने वाले मानदेय केंद्र सरकार की ओर से जारी किया जाता है। कुछ समय पहले तक एसपीओ को राज्य में तीन हजार का मानदेय मिलता था। अब उनका मानदेय बढ़ाने के साथ सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए पुलिस उचित कदम उठा रही है।

पहले ही दिन 183 ने दी सहायता

शहीद एसपीओ के परिवारों के लिए फंड जुटाने की मुहिम के पहले दिन 183 देशवासियों ने आर्थिक सहायता दी। पहले ही दिन कास्मिक विजर्ड व स्मिता दीक्षित ने इक्कीस-इक्कीस हजार रुपये देकर फंड जुटा रही जम्मू कश्मीर पुलिस का उत्साह बढ़ाया। दोनों पहले दिन के टाप डोनर्स थे। इम्तियाज हुसैन व उड्डयन ने पांच पांच-हजार का सहयोग दिया। उनके साथ देश के विभिन्न राज्यों के 179 अन्य लोगों ने न सिर्फ आर्थिक सहयोग दिया अपितु अभियान चला रहे डीजीपी को भी बधाई दी।


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