Jammu And Kashmir: पुलवामा में आतंकियों ने की पूर्व एसपीओ और उनकी पत्नी की गोली मार कर हत्या
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के हरिपरिगाम गांव में आतंकवादियों ने घर में घुस कर जम्मू कश्मीर पुलिस के एक पूर्व विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) और उनकी पत्नी की रविवार रात को उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी।
श्रीनगर, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 24 जून को जम्मू-कश्मीर के नेताओं की बातचीत के बाद पाक और कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन बौखला गए हैं। इसी कड़ी में पुलवामा जिले के हरिपरिगाम गांव में आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक पूर्व विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) और उनकी पत्नी की रविवार रात को उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी। कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि अवंतीपोरा के हरिपरिगाम के एसपीओ फैयाज अहमद के घर में घुसकर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की। इस आतंकी घटना में उन्हें फैयाज अहमद, उनकी पत्नी और बेटी के साथ गंभीर चोटें आईं। पुलवामा के अवंतीपोरा में एक अस्पताल में तीनों को भर्ती कराया गया, जहां पूर्व एसपीओ ओर पत्नी ने दम तोड़ दिया। वहीं उनकी बेटी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। आतंकियों की तलाश जारी है।
Terrorists barged into the house of SPO Fayaz Ahmad of Hariparigam, Awantipora & fired indiscriminately. In this terror incident, he along with his wife & daughter received critical injuries. Ahmad succumbed to his injuries. Area cordoned off. Search going on: Kashmir Zone Police
— ANI (@ANI) June 27, 2021
हमलावरों को पकड़ने का प्रयास जारी
प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि जिले के अवंतीपोरा इलाके के हरिपरिगाम में रात करीब 11 बजे उग्रवादी एसपीओ फैयाज अहमद के घर में घुसे और परिवार पर गोलियां चला दीं। उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां एसपीओ और उनकी पत्नी राजा बेगम ने दम तोड़ दिया। उनकी बेटी राफिया को इलाज के लिए यहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है और हमलावरों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
आतंकियों और पाकिस्तान में बेचैनी
ज्ञात हो कि शनिवार-रविवार को आधी रात के बाद जम्मू में वायुसेना के टेक्निकल एयरपोर्ट पर ड्रोन से हमला किया गया। एयरपोर्ट पर हुआ हमला और घाटी में एक के बाद एक किया गया हमला आतंकियों और उनके आका पाकिस्तान की बेचैनी व हताशा का नतीजा ही कहा जाएगा। जानकार कहते हैं कि पाकिस्तान और आतंकी संगठनों को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री की बैठक में जम्मू-कश्मीर के राजनेता पांच अगस्त 2019 से पहले की स्थिति की बहाली को लेकर हंगामा करेंगे, लेकिन बैठक शांतिपूर्ण और अच्छे माहौल में संपन्न हो गई। इससे पाकिस्तान खासा हताश है। यही कारण है कि वे एक के बाद आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।