NIA की टीम को मिली सफलता, चेन्नई से जमात-उल-मुजाहिदीन का आतंकी गिरफ्तार
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से मंगलवार सुबह एक आंतकवादी को एएनआइ ने गिरफ्तार किया है।
चेन्नई, एएनआइ। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को बड़ी कामयाबी मिली है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से मंगलवार सुबह एक आंतकवादी को एएनआइ ने गिरफ्तार किया है। आतंकवादी की गिरफ्तारी के बाद से ही पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। एनआइए ने पूरे इलाके को घेर लिया है।
बताया जा रहा है कि आज सुबह चेन्नई से जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आतंकवादी का नाम असदुल्लाह शेख है। इससे पहले दो सितंबर को कोलकाता पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के संदिग्ध सदस्य को गिरफ्तार किया था।
सोपोर में लश्कर-ए-तैयबा के 8 आतंकी गिरफ्तार
इधर, जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने के लिए पाकिस्तानी सेना हर नापाक प्रयास कर रही है। हालांकि, भारतीय सेना की सतर्कता के चलते ये आतंकी एलओसी पार नहीं कर पा रहे हैं। सोपोर में लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन के आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल (National Security Advisor Ajit Doval) ने शानिवार को खुलासा किया कि 230 पाकिस्तानी आतंकियों की पहचान हुई है, जो भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं। हाल ही में खबर आई थी कि पाकिस्तानी सेना की सरपरस्ती में 100 से भी ज्यादा अफगानी और पश्तून आतंकी एलओसी पार करने की फिराक में है, लेकिन भारतीय सेना की सतर्कता के चलते ये आतंकी एलओसी पार नहीं कर पा रहे हैं।
लगातार सीजफायर उल्लंघन कर रहा पाक
जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान बौखलाहट में है। पांच अगस्त 2019 के बाद नियंत्रण रेखा(एलओसी) के साथ 222 संघर्ष विराम(सीजफायर) उल्लंघन दर्ज किए गए हैं।संसद ने 5 अगस्त 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 को पढ़कर जम्मू-कश्मीर को विशेष श्रेणी का दर्जा वापस ले लिया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया। इस कैलेंडर वर्ष में जुलाई के महीने में पाकिस्तान की ओर से सबसे अधिक संघर्ष विराम उल्लंघन (296) दर्ज किए गए हैं। यह वही महीना था जिस दौरान संयोग से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने वाशिंगटन डीसी में मुलाकात की थी। इस वर्ष के पहले आठ महीनों में पाकिस्तान द्वारा 1889 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया जा चुका है जबकि 2018 में पूरे साल में एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से 1629 युद्धविराम(सीजफायर) उल्लंघन हुए थे।