'जलीकट्टू प्रदर्शन के दौरान हुई थी तमिलनाडु को अलग देश बनाने की मांग'
सीएम ने कहा इस बात के पुख्ता सबूत है कि कुछ प्रदर्शनकारी अलग तमिलनाडु राष्ट्र की मांग कर रहे थे।
चेन्नई, प्रेट्र। तमिलनाडु में जल्लीकट्टू के समर्थन में हुए प्रदर्शनों को लेकर मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने चौंकाने वाली जानकारियां साझा की हैं। आंदोलनकारियों पर पुलिस के लाठीचार्ज को लेकर विधानसभा में स्पष्टीकरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के बीच देशद्रोही और असामाजिक तत्व घुस गए थे। उन्होंने ही शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान अराजकता फैलाई।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'छात्रों, युवाओं और आम जनता द्वारा आहूत प्रदर्शन के दौरान कुछ अतिवादियों ने घुसपैठ कर ली थी। इन लोगों ने शांतिपूर्ण आंदोलन को ¨हसक बना दिया। पुलिस पर हमला किया और लोगों का जीवन खतरे में डाला। इनमें से कुछ तमिलनाडु को अलग देश बनाने की मांग कर रहे थे। कुछ के हाथों में आतंकी ओसामा बिन लादेन की तस्वीरें और साथ में गणतंत्र दिवस का बहिष्कार करने की तख्तियां भी थीं।'
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पन्नीरसेल्वम ने कहा कि लोगों का जीवन और सार्वजनिक संपत्ति बचाने के लिए पुलिस ने न्यूनतम बल का प्रयोग किया। उन्होंने सदन को भरोसा दिलाया कि ¨हसा के पीछे जिम्मेदार ताकतों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्लीकट्टू पर 2011 में केंद्र की तत्कालीन संप्रग सरकार के समय प्रतिबंध लगा था। इसके आयोजन के लिए राज्य की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता और खुद उन्होंने अथक प्रयास किया।
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