Move to Jagran APP

जैश और लश्कर के आतंकी पहुंचे अफगानिस्तान, सुरक्षा एजेंसियों को लगी पाकिस्तानी साजिश की भनक

भारतीय खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि पाकिस्तान सेना की तरफ से तैयार आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य पहले से ही अफगानिस्तान में मौजूद हैं। इससे अफगानिस्तान में एकबार फि‍र अशांति की आशंका बन रही है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 10:17 PM (IST)Updated: Sat, 17 Apr 2021 07:01 AM (IST)
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि पाकिस्तान सेना की तरफ से तैयार आतंकी अफगानिस्तान पहुंच गए हैं।

जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की वापसी के बाद वहां फिर से तालिबान के सत्ता में आने की आशंका बन रही है। ऐसे में भारतीय खुफिया एजेंसियों को कुछ बेहद चिंताजनक सूचनाएं मिली हैं। सूचना यह है कि पाकिस्तान सेना की तरफ से तैयार आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य पहले से ही अफगानिस्तान में मौजूद हैं। भारत को इस बात की चिंता है कि जिस तरह से पूर्व में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने तालिबान व अलकायदा जैसे आतंकी संगठनों की मदद से भारत विरोधी ऑपरेशंस किये थे उसका दोहराव ना हो।

loksabha election banner

माना जा रहा है कि भारत इस बारे में अफगानिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क में है ताकि और पुख्ता जानकारी हासिल हो। खुफिया एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि पिछले वर्ष की शुरुआत में जब फाइनेंशिएल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) का दबाव पाकिस्तान पर बढ़ने लगा था तब आइएसआइ ने बहुत ही चालाकी से जैश व लश्कर के कई कुख्यात आतंकियों को अफगानिस्तान भेज दिया था। पाकिस्तान पहले भी यह काम करता रहा है।

जैश के मुखिया मसूद अजहर को भारतीय जेल से रिहा कराने के बाद अफगानिस्तान में रखा गया था और इसने वहां तालिबान के साथ मिल कर जैश को पूरी तरह से स्थापित किया था। पिछले वर्ष अफगानिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों ने जब नंगरहर में कार्रवाई की थी तब कई जैश के आतंकियों के मारे जाने की सूचना भारत को दी गई थी।

इसके अलावा पिछले वर्ष कश्मीर में मारे गये पाकिस्तानी आतंकियों में से कम से कम पांच ऐसे आतंकी शामिल हैं जिन्होंने अफगानिस्तान में प्रशिक्षण प्राप्त किया था। यही वजह है कि भारत अब ज्यादा चिंतित है। अगर तालिबान अफगानिस्तान में सत्ता पर काबिज होने में सफल होता है तो वह पाकिस्तान के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियों को और हवा देने की स्थिति में होगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत से लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पिछले दो दिनों में अफगानिस्तान के हालात को लेकर जो चिंता प्रकट की है। उसके पीछे वजह भी यहीं है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.