कौन है मसूद अजहर जिस पर UN से बैन लगाने पर चीन हर बार अटकाता है रोड़ा
मसूद अजहर इस वक्त पाकिस्तान में है और तीन देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों के केन्द्र में वह लगातार बना हुआ है
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। संयुक्त राष्ट्र से जैश-ए-मोहम्मद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कराने के अमेरिका समर्थित प्रस्ताव पर एक बार फिर से रोड़ा अटकाते हुए चीन ने कमेटी के बीच इस मुद्दे पर आम सहमति न बन पाने का हवाला दिया। यह चौथी बार है जब चीन की तरफ से मसूद अजहर के मामले में रोड़ा अटकाने का प्रयास किया गया है। भारत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि संकुचित मकसद के लिए आतंकवाद को शह देना कम दूर दृष्टि वाला कदम और नुकसानदेह है।
भारत की मंशा पर फिर चीन ने फेरा पानी
मसूद अजहर इस वक्त पाकिस्तान में है और तीन देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों के केन्द्र में वह लगातार बना हुआ है। पिछले साल मार्च में 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में चीन एकमात्र ऐसा देश था, जिसने मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकियों की सूची में डालने का विरोध किया था। जबकि, बाकी चौदह देशों ने बैन लगाए जाने का समर्थन किया था। अगर मसूद को यूएन की ब्लैक लिस्ट में शामिल किया जाता है तो उसकी यात्रा पर प्रतिबंध लग जाएगा और उसकी संपत्तियां भी फ्रीज कर दी जाएंगी। लेकिन, सवाल ये उठता है कि कौन है मसूद अजहर जिस पर यूएन से बैन लगाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है भारत? आइये जानते हैं।
जैश का सरगना है मसूद अजहर
खूंखार आतंकी मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है जो पाकिस्तान के बहावलपुर का रहने वाला है। मसूद अजहर ने मार्च 2000 में हरकत-उल-मुजाहिदीन में विभाजन करावाकर यह संगठन बनाया था। मसूद अजहर को साल 1994 में श्रीनगर पर हमले की योजना बनाते हुए गिरफ्तार किया गया था। लेकिन, 1999 में कंधार विमान अपहरण कांड के बाद भारत सरकार को उसे रिहा करना पड़ा था। इसके अगले ही साल उसने जैश-ए-मोहम्मद नाम से आतंकवादी संगठन बना लिया। लेकिन, साल 2002 में पाकिस्तान सरकार ने जैश पर बैन लगा दिया।
कौन-कौन से हमले को दिया अंजाम?
मसूद अजहर भारत में अब तक कई आतंकी वारदातों को अंजाम दे चुका है। 13 दिसंबर 2001 को मसूद अजहर ने ही भारतीय संसद पर हमला कराया था। इससे पहले अक्टूबर 2001 में ही उसने जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर भी आतंकी हमला कराया था। इसके अलावा, 2 जनवरी 2016 को पंजाब के पठानकोट में वायुसेना की छावनी पर हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड भी मसूद अजहर ही था।
पठानकोट अटैक का मास्टरमाइंड है मसूद
पठानकोट एयरबेस पर हमले की साजिश लाहौर के पास रची गई थी। आतंकियों को ट्रेनिंग पाकिस्तान के चकलाला और लायलपुर एयरबेस पर दी गई थी। हमले के वक्त आतंकियों के चारों हैंडलर्स पाकिस्तान के बहावलपुर, सियालकोट और शकरगढ़ में मौजूद थे। जैश का सरगना मसूद अजहर, उसका भाई रउफ असगर, उनके दो साथी अशफाक और कासिम हमलावरों को आदेश दे रहे थे। 2002 में अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या का आरोप भी मसूद अजहर पर लगा था।
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