VVIP हेलीकॉप्टर मामले में फिनेमिका कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर का खुलासा
वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मामले में हाल ही में सामने एक फिनेमिका कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर की एक रिपोर्ट का काफी हो-हल्ला हो रहा है।
नई दिल्ली (स्पेशल डेस्क)। वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मामले में हाल ही में सामने एक फिनेमिका कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर की एक रिपोर्ट का काफी हो-हल्ला हो रहा है। इसमें कहा गया है कि कंपनी के पूर्व एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पाओलो पोजेसरे ने साफतौर पर लिखा है कि इस पूरी डील में उनको त्यागी का परिवार सपोर्ट कर रहा है। पूर्व एयर चीफ मार्शल एसपी त्यागी का जिक्र करते हुए उसने उन्हें डिसीजन मेकर और हाईलेवल लॉबी तक बताया है।
इस रिपोर्ट में त्यागी के भाई संजीव, राजीव और संदीप त्यागी का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि वह और उनका पूरा परिवार इस वीवीआईपी चौपर डील को उनकी कंपनी के पक्ष में कंफर्म करवाएगा। इसका कांट्रेक्ट अगले कुछ माह में हो भी जाएगा। यहां पर यह बात ध्यान रखने वाली है कि इस मामले में सीबीआई ने 1 सितंबर को पूर्व एयर चीफ मार्शल एसपी त्यागी और पूर्व एयर वाइस चीफ रिटायर्ड एयर मार्शल जेएस गुजराल समेत सात अन्यों के खिलाफ दायर की थी इसमें इस सौदे से संबंधित दलालों का नाम भी शामिल था।
इस पूरे मुद्दे पर Jagran.Com से बात करते हुए रक्षा विशेषज्ञ सुशांत सरीन ने माना कि फिलहाल पूर्व वायुसेना प्रमुख पर सिर्फ आरोप ही हैं उनके खिलाफ अभी तक कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिला है जिससे उन पर दोष साबित होता हो। उन्होंने यह भी माना कि यह डील इतनी बड़ी थी कि इसमें सिर्फ एयर चीफ मार्शल त्यागी के ही करने से चीजें हो जाएं, ऐसा नहीं था, न ही ऐसा होता है। किसी भी इस तरह की डील में एक पूरा चैनल होता है जो डील को फाइनल करता है। ऐसे में एयर चीफ मार्शल का इस तरह के घोटाले में शामिल होने की बात काफी कम रह जाती है। उन्होंने साफतौर पर कहा कि त्यागी पर सिर्फ आरोप हैं ऐसे में उन्हें दोषी की तरह पेश करना उनके लिहाज से सही नहीं है।
गौरतलब है कि बुधवार को विशेष सीबीआई अदालत ने इस मामले में तीन यूरोपीय बिचौलियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। इसके अलावा कोर्ट ने पूर्व वायुसेना प्रमुख एस पी त्यागी सहित अन्य आरोपियों को भी तलब किया है। जिन बिचौलियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है उनमें कार्लो एफ गेरोसा, क्रिस्टयान माइकल और गुइदो हासचके का नाम शामिल है। सीबीआई ने संप्रग-2 की सरकार के दौरान ब्रिटेन की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड से 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीद में कथित रिश्वतखोरी को लेकर त्यागी एवं पांच विदेशी नागरिकों सहित कुल नौ लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि इस सौदे में सरकारी खजाने को 39.82 करोड़ यूरो (करीब 2,666 करोड़ रुपये) की चपत लगी। 8 फरवरी, 2010 को इस सौदे पर हस्ताक्षर किए गए थे। रिटायर्ड एयर मार्शल जे एस गुजराल, संजीव त्यागी और बिचौलिये गौतम खेतान के नाम भी आरोप पत्र में हैं।