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मप्र में हिंसा, आगजनी व उपद्रव जारी, डीएम-एसपी नपे

मध्य प्रदेश में हिंसा जारी। गुस्साए लोगों ने कई वाहनों में आग लगा दी। सरकार ने किसानों को भड़काने के लिए कांग्रेस को भी जिम्मेदार माना है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 09 Jun 2017 06:35 AM (IST)Updated: Fri, 09 Jun 2017 06:35 AM (IST)
मप्र में हिंसा, आगजनी व उपद्रव जारी, डीएम-एसपी नपे
मप्र में हिंसा, आगजनी व उपद्रव जारी, डीएम-एसपी नपे

नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश में गुरुवार को भी हिंसा और उपद्रव जारी रहा। शाजापुर में नाराज किसानों ने उप जिलाधिकारी (एसडीएम) को दौड़ाकर बुरी तरह पीटा। इस दौरान उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया। गुस्साए लोगों ने कई वाहनों में आग लगा दी। उपद्रव और पथराव में पुलिसकर्मियों सहित एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस बीच मंदसौर जिले में 62 लोगों को हिरासत में लिया गया है। यहां शाम 4 से 6 बजे के बीच कर्फ्यू में दो घंटे की ढील दी गई। प्रदेश के कई अन्य हिस्सों से हिंसा और आगजनी की खबरें हैं। वहीं किसान आंदोलन को संभालने में नाकाम रहे मंदसौर कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक ओपी त्रिपाठी को सरकार ने गुरुवार को हटा दिया। प्रदेश की ओर से केंद्र को भेजी गई रिपोर्ट में सरकार ने किसानों को भड़काने के लिए कांग्रेस को भी जिम्मेदार माना है।

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 गौरतलब है कि मंदसौर आंदोलन के दौरान पुलिस के गोली चलाने से छह किसानों की मौत की घटना के बाद सरकार ने गोपनीय रिपोर्ट मौंगी थी, जिसमें कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक की लापरवाही उजागर हुई। इसके बाद दोनों अधिकारियों को हटाने का निर्णय मुख्यमंत्री ने लिया। वहीं शाजापुर में प्याज खरीद के दौरान मंडी में विवाद के बाद नाराज किसानों ने एक ट्रक और चार मोटरसाइकलें फूंक दीं। दोपहर 12.30 बजे किसान मंडी पहुंचे तो वहां सरकारी खरीदी हो रही थी, किसानों की मांग थी कि 10 जून तक खरीदी न हो। कलेक्टर-एसपी ने यह मांग मान भी ली, इसके बावजूद किसान बेकाबू हो गए और उन्होंने ट्रक में आग लगा दी। पुलिस ने इन्हें रोका तो वे पथराव करने लगे। जवाब में पुलिस ने 100 से ज्यादा आंसू गैस के गोले छोड़े। चार घंटे तक मंडी व एबी रोड पर उत्पात मचाया। इस बीच मौके पर पहुंचे एसडीएम राजेश यादव को घेरकर पीटा गया, जिससे वह बेहोश हो गए। उनके पैर में फ्रेक्चर भी हुआ है।

 मंदसौर जिले में 62 लोगों को हिरासत में लिया गया है। यहां शाम 4 से 6 बजे के बीच कफ्र्यू में 2 घंटे की ढील दी गई। यहां सुरक्षा के लिए कई कंपनियां तैनात की गई हैं। पिपलिया मंडी में शांति के बीच कफ्र्यू जारी है। देवास जिले में भी धारा 144 लागू की गई है। बुधवार को हंगामे के बाद हाटपीपल्या, बागली और भौंरासा पुलिस ने १९ एफआइआर दर्ज कर १७ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उधर इंदौर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग पर भमोरी के समीप अज्ञात लोगों ने ट्रक में आग लगा दी। वहीं बारीनाका में एक बस के कांच तोड़ दिए गए। जिले के संवेदनशील क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात है। धार जिले से आगजनी व उपद्रव की खबरें हैं। रतलाम में रेल व सड़क यातायात सामान्य नहीं हो पाया।

 किसानों को भड़काने में कांग्रेसियों की भूमिका मान रही सरकार दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों के साथ पार्टी नेताओं से बात कर किसान आंदोलन को लेकर स्थिति साफ कर दी थी। देर शाम केंद्र सरकार को राज्य द्वारा रिपोर्ट भी भेज दी गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि किसानों को भड़काने में कांग्रेस के लोग भी शामिल हैं। आंदोलन को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। साथ ही यह भी बताया गया कि किसानों के लिए प्रदेश सरकार कई कदम उठा चुकी है और नए फैसले भी किए जा रहे हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री खुलकर शिवराज सरकार के समर्थन में सामने आ गए।

 केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों की वजह से किसानों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाया।इस बीच केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश हो रही है। कांग्रेस इसे राजनीतिक रंग न दे। उन्होंने कहा कि गोली चालन में किसानों की मौत होना दुर्भाग्यपूर्ण है पर वाहनों में तोड़फोड़ और पत्थरबाजी किसान नहीं करते हैं। इसके पीछे कौन हैं, यह जांच में सामने आएगा।

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