मुंबई में फिर आतंकी हमले की साजिश रच रही ISI, खालिस्तानी आतंकियों के इस्तेमाल की बात आई सामने
जर्मनी में रह रहे आतंकी संगठन सिख फार जस्टिस के जसविंदर सिंह मुल्तानी के खिलाफ दर्ज एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की एफआइआर में यह बात सामने आई है। हाल में लुधियाना में हुए बम धमाके में मुल्तानी का नाम सामने आया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ एक बार फिर मुंबई व देश के अन्य शहरों में आतंकी हमले की साजिश रच रही है। इस बार लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के बजाय उसकी तैयारी विदेश में बसे खालिस्तानी आतंकियों के इस्तेमाल की है। जर्मनी में रह रहे आतंकी संगठन सिख फार जस्टिस के जसविंदर सिंह मुल्तानी के खिलाफ दर्ज एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की एफआइआर में यह बात सामने आई है। हाल में लुधियाना में हुए बम धमाके में मुल्तानी का नाम सामने आया है। ध्यान देने की बात है कि 2008 में आइएसआइ ने लश्कर के आतंकियों से मुंबई में हमले को अंजाम दिया था।
मुल्तानी लगातार आइएसआइ के संपर्क में : एनआइए
एनआइए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मुल्तानी लगातार आइएसआइ के संपर्क में है। आइएसआइ मुल्तानी का इस्तेमाल कर मुंबई समेत देश के कई शहरों में आतंकी हमले की योजना तैयार कर रही है। मुल्तानी और आइएसआइ के बीच हुई बातचीत के पुख्ता सुबूत एनआइए के पास मौजूद हैं।
गैरकानूनी गतिविधि कानून की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज हुआ केस
इसके साथ एनआइए ने एफआइआर में मुल्तानी पर भारत में युवाओं को देश के खिलाफ भड़काने और उन्हें आतंकी गतिविधियों के लिए भी उकसाने का आरोप लगाया है। एफआइआर के अनुसार हवाला के जरिये बड़े पैमाने पर धन भेजकर मुल्तानी पंजाब में आतंकवाद को फिर से खड़ा करने की साजिश भी कर रहा है। यही कारण है कि एनआइए ने मुलतानी के खिलाफ देशद्रोह के अलावा गैरकानूनी गतिविधि कानून की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
अधिकारी ने कहा कि एनआइए जल्द ही मुल्तानी को भारत लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि जर्मनी के साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि है। एजेंसी इस मामले में पुख्ता रोडमैप के साथ कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।
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