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IRCTC के रसोईघरों में जरूरतमंदों के लिए तैयार किया जा रहा खाना

देश की 28 जगहों पर मौजूद रसोईयों में इन लोगों के लिए खाना तैयार किया जा रहा है। सोमवार को आइआरसीटीसी के अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी है।

By Neel RajputEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 03:32 PM (IST)Updated: Tue, 07 Apr 2020 03:32 PM (IST)
IRCTC के रसोईघरों में जरूरतमंदों के लिए तैयार किया जा रहा खाना
IRCTC के रसोईघरों में जरूरतमंदों के लिए तैयार किया जा रहा खाना

नई दिल्ली, आइएएनएस। इंडियन रेल कैटरिंग एंड टूरिज्म कोर्पोरेशन (IRCTC) देशभर में विभिन्न जगह मौजूद अपने रसोईघरों में जरूरतमंदों के लिए खाना तैयार कर रहा है। इन रसोईयों में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के दिन से खाना तैयार किया जा रहा है और इससे चार लाख से ज्यादा लोगों को अब तक लाभ मिल चुका है। देश की 28 जगहों पर मौजूद रसोईयों में इन लोगों के लिए खाना तैयार किया जा रहा है। सोमवार को आइआरसीटीसी के अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी है।

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इसके अलावा राजधानी दिल्ली के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मौजूद आइआरसीटीसी की बेस किचन से भी जरूरतमंदों के लिए खाना तैयार किया जा रहा है। आइआरसीटीसी के प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह ने न्यूज एजेंसी IANS से बात करते हुए बताया कि हर दिन 8,000 लोगों के लिए हमारी रसोई में खाना तैयार किया जा रहा है। हमारे पास 8,200 मील की डिमांड आ रही है तो हम उसी के हिसाब से खाना तैयार कर रहे हैं आगे जैसे-जैसे मांग बढ़ेगी हम भी खाने की क्वांटिटी बढ़ा देंगे। उन्होंने आगे बताया कि दिन में दो बार लोगों को खाना मुहैया करवाया जा रहा है।

सुबह 6 बजे से शुरू कर दिया जाता है काम

उन्होंने कहा कि किचन में सुबह 6 बजे से काम शुरू कर दिया जाता है और 11 बजे तक दोपहर का खाना तैयार हो जाता है। वहीं रात के खाने का काम हम दोपहर 1 बजे शुरू कर देते हैं और 6 बजे तक यह तैयार हो जाता है। प्रवक्ता ने बताया कि आमतौर पर बेस किचन में 125 लोगों का स्टाफ काम करता है लेकिन लॉकडाउन के चलते केवल 18 लोगों का स्टाफ ही काम पर है लेकिन इतना कम स्टाफ होने के बावजूद भी हम 8000 लोगों के लिए खाना तैयार कर रहे हैं।

थर्मल टेस्टिंग के बाद दी जाती है एंट्री

नई दिल्ली में आईआरसीटीसी बेस किचन के पर्यवेक्षक सुनील कुमार ने कहा कि किचन में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को कड़े मानदंडों का पालन करना पड़ता है और कैंपस के अंदर प्रवेश करने से पहले उनकी थर्मल टेस्टिंग की जाती है। इसके बाद स्टाफ मेंबरों को अपने हाथ सेनीटाइज करने होते हैं इसके बाद ही उनको अंदर प्रवेश करने दिया जाता है। इसके अलावा ये लोग काम करने के दौरान हेड मास्क, ग्लव्ज और फेस मास्क अवश्य पहनते हैं। उन्होंने बताया कि किचन की सफाई का भी पूरा ख्याल रखा जाता है।

देश में अब तक 4000 से ज्यादा लोग संक्रमित

सुनील ने बताया कि हम लोग वेज पुलाओ, वेज पोहा और खिचड़ी रोटेशनल बेसिस पर बनाते हैं। इसके साथ अचार भी मील में दिया जाता है। बता दें कि 21 दिनों के लॉकडाउन के चलते इंडियन रेलवे ने सभी पैसेंजर, मेल और एक्सप्रेस गाड़ियों की सर्विस बंद कर दी है सिर्फ माल गाड़ियां ही इस वक्त चल रही हैं। मंगलवार तक देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 4,421 पहुंच गई है जबकि मरने वालों का आंकड़ा 114 हो गया है।


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