उदयपुर में तीन दिनों से बंद इंटरनेट सेवा हुई शुरू, 28 जून को टेलर की हत्या के बाद से था बंद
उदयपुर की घटना के बाद मचे बवाल को देखते हुए अस्थायी तौर पर इंटरनेट सेवा को ठप कर दिया गया था। राजस्थान में तीन दिनों के बाद आज बंद इंटरनेट सेवा को फिर से शुरू कर दिया गया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। राजस्थान के उदयपुर में इंटरनेट सेवा फिर से शुरू हो गई है। उदयपुर की घटना के बाद मचे बवाल को देखते हुए अस्थायी तौर पर इंटरनेट सेवा को ठप कर दिया गया था। राजस्थान में तीन दिनों के बाद आज बंद इंटरनेट सेवा को फिर से शुरू कर दिया गया है। बता दें कि उदयपुर हत्याकांड के बाद 28 जून की रात को ही इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। इसके बाद यहां के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। साथ ही इसके कारण करोड़ों रुपये के व्यापार का नुकसान हुआ है।
बता दें कि फिर से कोटा संभागीय आयुक्त दीपक नंदी ने आदेश जारी कर कोटा के चार जिले कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स पर लागू अस्थाई निषेधाज्ञा 2 जुलाई के शाम तक बढ़ाई थी। साथ ही सभी नागरिकों को इस आदेश की पालना करने और अवहेलना नहीं करने के आदेश भी दे दिए थे। यदि कोई इन प्रतिबंधात्मक आदेश का उल्लंघन करेगा तो वह सक्षम विधिक प्रावधानों से अभियोजित किया जा सकेगा।
आयुक्त दीपक नंदी ने इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया था। 28 जून को उदयपुर के धान मंडी थाना क्षेत्र में दर्जी कन्हैया लाल की दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से ही यहां 144 धारा लागू करने के साथ इंटरनेट बंद कर दिया गया था।
यूएपीए के तहत पकड़ाया उदयपुर कांड का समर्थन करने वाला
राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की बर्बर हत्या का कथित रूप से समर्थन करने के आरोप में असम के हैलाकांडी जिले में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए)के तहत एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जिले के कतलीचेरा क्षेत्र के समसुल लस्कर को इंटरनेट मीडिया पोस्ट पर की गई अपनी टिप्पणी में हत्या का समर्थन करने के बाद गिरफ्तार किया गया था। हैलाकांडी के भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष मिलन दास ने उसके खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की थी। पुलिस ने गुरुवार को उसे गिरफ्तार किया और उसके खिलाफ आइपीसी और यूएपीए की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।