इंदौर : युवाओं को संबोधित करते हुए बोले इंटरनेशनल रेसलर द ग्रेट खली- 'लातों के भूत बातों से नहीं मानते'
युवा कुंभ सम्मेलन युवाओं को संबोधित करते हुए द ग्रेट खली ने जो कहा कि हमें दुविधा में नहीं रहना चाहिए आर-पार की लड़ाई लड़ना चाहिए। जो लोग बातों से नहीं मानते उन्हें लातों से मारना पड़ता है।
इंदौर, जेएनएन। मध्य प्रदेश के इंदौर में रविवार को हुए युवा कुंभ सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय रेसलर द ग्रेट खली शामिल हुए। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे व भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में खली ने कहा, 'लातों के भूत कभी बातों से नहीं मानते।'
युवाओं को संबोधित करते हुए खली ने जो कहा, उसका लब्बोलुआब यह था कि 'हमें दुविधा में नहीं रहना चाहिए, आर-पार की लड़ाई लड़ना चाहिए। जो लोग बातों से नहीं मानते, उन्हें लातों से मारना पड़ता है।' खली ने मंच से भारत माता की जय के नारे लगवाए और कहा कि इतनी जोर से नारे लगाएं कि आवाज पाकिस्तान तक जाए।
भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान भी शामिल हुए थे। इस दौरान, आकाश विजयवर्गीय ने कहा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चाहते थे कि लॉकडाउन के बाद कई युवा डिप्रेशन के शिकार हो गए हैं, जिसके लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, 'हमने युवाओं को समझाने की कोशिश की है ताकि वो जीवन में कोई कमद उठा सकें।' वहीं, इस अवसर पर कार्तिकेय ने युवाओं को संबोधित करते हुए स्वामी विवेकानंद और कई अन्य प्रमुख हस्तियों के विचारों को साझा किया।
कार्तिकेय ने कहा, 'महाकुंभ युवाओं को दिशा देने का काम करेगा। ड्रग माफियाओं के खिलाफ मुख्यमंत्री द्वारा चलाया जा रहा अभियान बहुत पहले हो जाना चाहिए था। पंजाब की तरह, हम मध्यप्रदेश में ड्रग्स के सेवन या बिक्री की अनुमति नहीं देंगे।'
वहीं, राजनीति में उनके संभावित प्रवेश के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ना या पद लेना किसी व्यक्ति का एकमात्र उद्देश्य नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सत्ता व्यक्ति में होनी चाहिए, पद नहीं।
राजनीति में युवाओं की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर, कार्तिकेय ने कहा, 'युवा हर क्षेत्र में एक भूमिका निभाता है, न केवल राजनीति में। उम्र एक संख्या है, जब तक किसी व्यक्ति में प्रतिभा है, वह नेतृत्व कर सकता है। भाजपा ने एक नियम बनाया है कि 75 साल की उम्र के बाद कार्यकर्ताओं को आगे के मार्गदर्शन के लिए भेजा जाना चाहिए और युवाओं को आगे बढ़ने का मौका दिया जाना चाहिए। हम इसका अनुसरण कर रहे हैं।'