International Mountain Day: सच हो रही पर्वतों पर आफत की भविष्यवाणी, जानें- क्या हैै मामला

हिमाचल में 40 फीसदी क्षेत्र उच्च संवेदनशील और 32 फीसदी क्षेत्र अति संवेदनशील केटेगरी में आता है। ऐसे में भवन निर्माण के दौरान ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। अब अधिक बारीश की वजह से ज्यादातर नालों में बाढ़ आती देखी जा रही है जो पहले कभी नहीं होता था।