INSV Tarini: 17 हजार समुद्री मील की दूरी तय करने वाली नेवी की दो महिला अफसर कौन? अब लगाएंगी दुनिया का चक्कर
लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए उस छह-टीम के दल का हिस्सा हैं जो ट्रांस-अटलांटिक रेस द केप 2 रियो रेस में हिस्सा लेकर लौट रहे हैं। दोनों करीब 17000 नॉटिकल मील की यात्रा कर चुकी हैं।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएसवी तारिणी 6 महीने की लंबी यात्रा करके वापस लौट रहा है। 17 हजार समुद्री मील की यात्रा करने के बाद आईएनएसवी तारिणी 23 मई को भारत लौटने की तैयारी में है।
समुद्री यात्रा के दौरान जहाज ने तमाम तूफान, सागर की ऊंची लहरों, तेज हवाओं और कई बार खराब मौसम का सामना किया। लेकिन, जहाज पर मौजूद दो महिला अफसरों और उनकी टीम के मजबूत उत्साह ने इस यात्रा को सफल बना ही लिया। जानते हैं कौन हैं वो दो महिला अफसर, जिन्हें नौसेना ने सोलो ग्लोबल सर्कमनेविगेशन के लिए चुना।
17000 नॉटिकल मील की यात्रा की पूरी
नौसेना ने लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के. और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा अलागिरीसामी को दुनिया भर में एकल नौकायन अभियान के चुना है। दोनों करीब 17000 नॉटिकल मील की यात्रा कर चुकी हैं। लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए उस छह-टीम के दल का हिस्सा हैं, जो ट्रांस-अटलांटिक रेस 'द केप 2 रियो रेस' में हिस्सा लेकर लौट रहे हैं।
कौन हैं दिलना के. और रूपा अलागिरीसामी?
लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के. नेवी में लॉजिस्टिक्स ऑफिसर हैं। रूपा पुदुचेरी की रहने वाली हैं। रूपा ने चेन्नई से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है। वह नेवल आर्मामेंट इंस्पेक्शन अफसर हैं। दिलना और रूपा, दोनों ही वर्तमान में गोवा में आईएनएस मंडोवी में तैनात हैं। अगर वे इस अभियान को पूरा कर लेती हैं, तो वे पहली एशियाई महिला एकल नाविक बन जाएंगी।
नौसेना अधिकारी ने DWG की बैठक में दी ये जानकारी
भारतीय नौसेना अधिकारी ने गोवा में तीसरी जी20 विकास कार्य समूह (डीडब्ल्यूजी) की बैठक के दौरान बताया कि भारतीय नौसेना अपनी दो महिला अधिकारियों को दुनियाभर में एकल नौकायन अभियान चलाने के लिए प्रशिक्षित कर रही है। लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और रूपा अलागिरीसामी को यात्रा के लिए चुना गया है और वे इस समय अपने प्रशिक्षण अभियान पर हैं।