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जून में शुरू होंगे आइएनएस विक्रमादित्य के परीक्षण

पणजी। आइएनएस विक्रमादित्य दिसंबर मेंभारत को सौंपने से पहले रूस जून में अटलांटिक महासागर के निकट उत्तरी सागर में इसके समुद्री परीक्षण शुरू करेगा। पणजी में वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करने आए रूस के राजदूत अलेक्जेंडर कदाकिन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

By Edited By: Published: Fri, 24 May 2013 08:28 PM (IST)Updated: Fri, 24 May 2013 08:45 PM (IST)
जून में शुरू होंगे आइएनएस विक्रमादित्य के परीक्षण

पणजी। आइएनएस विक्रमादित्य दिसंबर मेंभारत को सौंपने से पहले रूस जून में अटलांटिक महासागर के निकट उत्तरी सागर में इसके समुद्री परीक्षण शुरू करेगा। पणजी में वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करने आए रूस के राजदूत अलेक्जेंडर कदाकिन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

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रूसी युद्धपोत एडमिरल गोर्शकोव को रूस आइएनएस विक्रमादित्य के नाम से भारत के लिए तैयार कर रहा है। फिलहाल रूसी शिपयार्ड में इसकी मरम्मत चल रही है। भारत ने वर्ष 2004 में इसे खरीदा था। युद्धपोत को भारत को सौंपने में हो रही देरी के सवाल पर कदाकिन ने कहा, 'इसके बारे में बहुत कुछ लिखा जा चुका है, लेकिन फ्रांस से भारत को मिलने वाली स्र्कोपीन पनडुब्बी के मिलने में हुई पांच साल की देरी पर कोई सवाल नहीं उठाता।'

उन्होंने भरोसा दिलाया कि आइएनएस विक्रमादित्य तय समय यानी दिसंबर में भारत को मिल जाएगा। यह युद्धपोत उन्नत, घातक और रेजर टेक्नालॉजी से लैस है। कदाकिन ने कहा कि जब हम अचूक और पूरी तरह से तैयार किसी चीज की मांग करते हैं तो जल्दबाजी ठीक नहीं।

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