25 से नोएडा की 5000 समेत देशभर की औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन रहेगा ठप
उद्यमियों ने उत्पादन कार्य से सीधे तौर पर जु़ड़े सभी वर्ग के कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया है। उनसे 10 जुलाई के बाद संपर्क करने को कहा गया है।
कुंदन तिवारी, नोएडा। वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी में इन्वेंट्री कंट्रोल (स्टॉक प्रबंधन) के लिए सिस्टम एप्लिकेशन प्रोडक्ट (सैप) सॉफ्टवेयर का अपग्रेडेशन होना है। लिहाजा, नोएडा की करीब 5000 औद्योगिक इकाइयों में 25 जून से उत्पादन पूरी तरह से ठप हो जाएगा। इस दौरान कंपनियां जीएसटी के अनुसार अपने कागजात व व्यवस्था को दुरस्त करेंगी।
उद्यमियों का कहना है कि ऐसा फैसला नोएडा व एनसीआर में ही नहीं, बल्कि देशभर की औद्योगिक इकाइयों द्वारा लिया गया है। नोएडा इंडस्ट्रीज वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव राजेश जैन ने कहा कि 25 जून से 10 जुलाई तक उत्पाद इकाइयों को पूरी तरह ठप रखने का सर्कुलर जारी हुआ है। सैप सॉफ्टवेयर का अपग्रेडेशन 30 जून तक किया जाना है।
एक जुलाई से जीएसटी के तहत बिक्री के बिल को अपलोड करने के साथ 30 जून तक का डाटा घोषित करना है। सभी ऑटोमोटिव इंडस्ट्री, इलेक्ट्रॉनिक्स, होम अप्लायंसेज व मोबाइल कंपनियों ने अपनी ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्यूफैक्चरिंग (ओईएम) यूनिटों को सर्कुलर जारी कर अंतिम ऑर्डर सप्लाई करने की डेटलाइन 25 जून निर्धारित की है। अब 10 जुलाई के बाद नया ऑर्डर इकाइयों को दिया जाएगा। इसके बाद ओईएम यूनिटों ने टियर वन, टियर टू व टियर थ्री यूनिटों (सप्लायर समूह) से भी उत्पादन रोक देने को कहा है। उन्हें अपने पुराने स्टॉक का डाटा हर हाल में 30 जून तक तैयार करने को भी कहा गया है। एक जुलाई को पुराना स्टॉक जीएसटी में घोषित करना है। इसके बाद 1-10 जुलाई तक बेचे गए उत्पाद का बिल जीएसटीएन पोर्टल पर प्रतिदिन अपलोड किया जाएगा। 11 जुलाई से खरीद बिल का मिलान होगा।
उत्पादन से जु़ड़े कर्मचारियों को भेजा छुट्टी पर
उद्यमियों ने उत्पादन कार्य से सीधे तौर पर जु़ड़े सभी वर्ग के कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया है। उनसे 10 जुलाई के बाद संपर्क करने को कहा गया है। दूसरे विभागों में काम कर रहे स्थायी कर्मचारियों का ओवर टाइम बंद कर दिया गया है। बड़ी संख्या में कर्मचारियों को अवैतनिक अवकाश पर भी भेजा गया है।
इसे भी पढ़ें: GST के बाद बढ़ेगा क्रेडिट कार्ड का बिल, महंगा हो जाएगा इंश्योरेंस प्रीमियम