world environment day 2019: पर्यावरण सुधारने के लिए इंदौर ने उठाए यह कदम, तभी कायम है नंबर वन का तमगा
world environment day 2019 तीन साल तक लगातार सबसे साफ शहर का ताज मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के नाम रहा है।
इंदौर, जेएनएन। World environment day 2019 भारत में प्रदूषण के स्तर में लगातार इजाफा हो रहा है। इसी बीच इंदौर देश का सबसे साफ शहर का ताज लगातार तीन साल तक अपने नाम करने में कामयाब रहा। इंदौर में पर्यावरण की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ है। सड़कों पर साफ-सफाई से लेकर कचरे के निपटान तक हर क्षेत्र में इंदौर ने काम किया है जिससे यह सुधार हुआ है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पिछले साल से हर महीने प्रदेश के 51 जिलों की मासिक रिपोर्ट जारी की जाती है। इसमें सबसे प्रदूषित जिले को पहले स्थान पर रखा जाता है। इस सूची में इंदौर हमेशा 35 से नीचे ही रहा है, जबकि इंदौर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी है। पर्यावरण को लेकर शहर में हुए प्रयास को देखने के लिए प्रदेश के साथ देश के दूसरे शहरों के अधिकारी भी आते रहते हैं।
इन 10 बिंदुओं पर काम किया और कम हो गया प्रदूषण
1. शहर से धूल कम हुई - सफाई में नंबर वन आने के लिए शहर की सड़कों से सफाई करवानी शुरू की। रोज रात को शहर की प्रमुख सड़कों की मशीनों से सफाई की जाती है। इससे शहर की धूल खत्म हो गई।
2. कचरे का निपटान - नगर निगम ने सबसे पहले कचरे को घर से लेना शुरू किया। फिर शहर के कचरा पॉइंट खत्म कर दिए। इससे शहर से गंदगी ही खत्म हो गई।
3. कचरे की प्रोसेसिंग - घरों के गीले कचरे को खाद में बदला गया, जबकि सूखे कचरे को रिसाइकल किया गया।
4. ट्रेंचिंग ग्राउंड - जिस ट्रेंचिंग ग्राउंड को शहर की सबसे बड़ी समस्या मान लिया गया था, वहां पर कचरे का निपटान कर अब पौधारोपण किया जा रहा है। नए जोड़ों ने यहां पर प्री-वेडिंग शूट तक करवा लिया।
5. प्लास्टिक पर सख्ती से रोक - शहर में प्लास्टिक की थैलियों पर सख्ती से रोक लगाई गई।
6. प्रतिमाओं का कृत्रिम जलाशय में विजर्सन - नवरात्रि और गणेशोत्सव के बाद मूर्तियों के विसर्जन से जलाशयों को बचाने के लिए मूर्तियों को कृत्रिम जलाशय में विसर्जित कराया गया।
7. कंडे की होली- होलिका दहन में पेड़ों को बचाने के लिए शहर में कंडों की होली को प्रोत्साहन दिया गया। शहर में हजारों स्थान पर होने वाले होलिका दहन में से 70 प्रतिशत में कंडों की होली जलाई गई। इससे लाखों पेड़ कटने से बचा लिए गए।
8. खान नदी की सफाई, किनारों पर पौधारोपण- खान नदी को साफ करने के लिए नाला टेपिंग किया जा रहा है। नदी के किनारों पर पौधारोपण किया गया है।
9. रात 10 बजे बाद पटाखों पर सख्ती से रोक - सुप्रीम कोर्ट ने रात 10 बजे बाद पटाखे फोड़ने पर रोक लगाई। इंदौर पुलिस ने ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए। इससे भी त्योहारों पर प्रदूषण कम हुआ।
10. दूषित जल का उपचार - नगर निगम ने कबीटखेड़ी में करोड़ों की लागत से दूषित पानी के उपचार के लिए संयंत्र लगाया। यहां सीवरेज के पानी का ट्रीटमेंट कर साफ किया गया। शहर में नगर निगम के निर्माण कार्य और पौधों को पानी देने के लिए इसका उपयोग किया गया।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप