सटीक पूर्वानुमान के लिए मौसम विभाग से डाटा साझा करेगा इंडिगो, तेज हवा, तापमान के बारे में मिलेगी जानकारी
कोरोना वायरस लॉकडाउन में इंडिगो विमानों का परिचालन बंद होने के कारण भारत के मौसम विभाग को सटीक पूर्वानुमान नहीं मिल पा रहे थे। लेकिन अब फिर से ऐसा संभव होगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण जारी लॉकडाउन के बीच निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी इंडिगो ने मौसम के सटीक पूर्वानुमान के लिए भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) को डाटा उपलब्ध करने का फैसला किया है। कंपनी के विमान हवा, आर्द्रता व तापमान से संबंधित महत्वपूर्ण आंकड़े भारतीय मौसम विभाग( आइएमडी) को शीघ्र उपलब्ध कराएंगे।
इंडिगो ने मंगलवार को एक बयान में बताया, ‘देशव्यापी लॉकडाउन के कारण अधिकतर विमानों का परिचालन बंद है। साथ ही कर्मचारियों की भी कमी है। ऐसे में मौसम के सटीक पूर्वानुमान के लिए जरूरी आंकड़े आइएमडी को उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।’ विमानन कंपनी ने कहा कि उसने अपने पायलटों के साथ मिलकर एक योजना तैयार की है। इसके तहत पायलट आइएमडी को अपेक्षा के अनुरूप उड़ान के विभिन्न चरणों में तेज हवाओं और तापमान के बारे में जरूरी जानकारियां उपलब्ध कराएंगे।
पायलट गंतव्य पर जाने के दौरान विभिन्न ऊंचाइयों पर मौसम की स्थिति से भी आइएमडी को अवगत कराएंगे। इंडिगो के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (फ्लाइट ऑपरेशन) असीम मित्र ने कहा, ‘हमने पायलटों के लिए उड़ान के दौरान जानकारी उपलब्ध कराना अनिवार्य कर दिया है। हम प्रत्येक उड़ान से दी गई जानकारी को दो घंटे के भीतर मौसम विभाग के मुख्यालय भेजेंगे, ताकि वे देशहित में इस आंकड़े का इस्तेमाल कर सकें।’
उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए 25 मार्च से देशभर में लॉकडाउन है। इस दौरान सभी प्रकार की उड़ानें रोक दी गई हैं। डीजीसी से अनुमति मिलने के बाद केवल जरूरी उड़ानों का परिचालन किया जा रहा है।
कोर हीट-वेव जोन में सामान्य से ज्यादा हीटवेव की आशंका
मई के दौरान कोर हीट वेव जोन में सामान्य से ज्यादा हीटवेव की संभावना है जबकि देश के बाकी हिस्सों में तापमान के सामान्य बने रहने की संभावना है। यही नहीं पूर्व के अनुमानों में यह भी कहा गया है कि कोर हीट-वेव जोन यानी पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा व तटीय आंध्र प्रदेश में अधिकतम तापमान बढ़ने का साथ-साथ लू का प्रभाव अपेक्षाकृत अधिक होगा।