पाकिस्तान एसआइटी की मदद करेगा भारत
पिछले महीने ही बैंकाक में भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) के बीच हुई बातचीत में यह तय हुआ था कि आतंकवादी घटनाओं की जांच दोनों देशों की एजेंसियां संयुक्त तौर पर कर सकती हैं। अब इस घोषणा को जमीन पर उतारने की तैयारी है।
नई दिल्ली। पिछले महीने ही बैंकाक में भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) के बीच हुई बातचीत में यह तय हुआ था कि आतंकवादी घटनाओं की जांच दोनों देशों की एजेंसियां संयुक्त तौर पर कर सकती हैं। अब इस घोषणा को जमीन पर उतारने की तैयारी है।
पठानकोट हमले की जांच में पहली बार भारत और पाक की जांच एजेंसियां हाथ मिलाएंगी। भारत ने आधिकारिक तौर पर गुरुवार को इसकी घोषणा कर दी है कि वह पाकिस्तान की तरफ से आने वाले विशेष जांच दल (एसआइटी) का न सिर्फ स्वागत करता है बल्कि उसे जांच में हरसंभव मदद भी दी जाएगी। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि इससे पाक आतंकियों की तरफ से भारत में की गई कई वारदातों की जांच का रास्ता खुल सकता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि पाकिस्तान सरकार की तरफ से बुधवार को जारी विज्ञप्ति में यह बताया गया कि वह पठानकोट हमले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआइटी) भेजना चाहते हैं। हम इसका स्वागत करते हैं और उस दल के भारत आने पर उन्हें हर मदद दी जाएगी। यह पूछे जाने पर कि पाकिस्तान ने कुछ और सुबूतों की मांग की है इस पर उनका जवाब था कि, 'क्यों नहीं। भारत के पास कई ऐसी जानकारियां हैं जिन्हें हम उनके साथ साझा कर सकते हैं।' माना जा रहा है कि अगले दो दिनों में पाक सरकार इस एसआइटी के गठन को अंतिम रूप देगा। उसके बाद ही यह तय होगा कि इसकी जांच का दायरा क्या होगा। भारत भी उसी हिसाब से अपनी मदद मुहैया कराएगा।
विदेश मंत्रालय के एक अन्य अधिकारी का कहना है कि, पाकिस्तान की तरफ से भारत में आतंकी घटना की जांच के लिए एसआइटी का गठन अपने आप में एक अद्भुत घटना है। अभी तक भारत में जो भी आतंकी घटना होती थी पाकिस्तान उससे तुरंत पल्ला झाड़ लेता था लेकिन अब उसने पहली बार माना है कि इसमें वहां के आतंकी समूह शामिल हो सकते हैं।
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