भारतीय सुखोई अब फ्रांस के राफेल के साथ भरेंगे उड़ान, करेंगे युद्ध अभ्यास
नरेंद्र मोदी सरकार ने वर्ष 2016 में 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिसमें की पहला स्क्वाड्रन अंबाला में स्थित होगा जबकि दूसरा चीन सीमा पर हाशिमारा जा
नई दिल्ली, एएनआइ/प्रेट्र। गरुड़ श्रृंखला के युद्धाभ्यास में भाग लेने के लिए भारतीय लड़ाकू विमान सुखोई-30 इस माह के अंत तक फ्रांस के लिए उड़ान भरेंगे। वहां वे एक जुलाई से शुरू हो रहे दो सप्ताह लंबे बड़े युद्धाभ्यास में फ्रांस के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल के साथ उड़ान भरेंगे।
एक अधिकारी ने बताया, 'फ्रांसीसी वायुसेना के साथ फ्रांस के एयरबेस पर अगले माह युद्धाभ्यास प्रस्तावित है। इसके लिए इस माह के अंत तक सुखोई-30 विमानों से सुसज्जित भारतीय दल रवाना होगा। उम्मीद है कि बरेली बेस के 24 स्क्वाड्रन हॉक्स भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।'
हाल ही में भारत और फ्रांस ने अरब सागर में वरुण श्रृंखला के तहत नौसेना का संयुक्त अभ्यास किया था, जिसमें भारतीय नौसेना लड़ाकुओं के साथ फ्रांसीसी वायुसेना के राफेल-एम ने हिस्सा लिया था।
भारत और फ्रांस रणनीतिक साझेदार हैं और पिछले कई वर्षो से परस्पर सहयोग में इजाफा कर रहे हैं। दोनों देशों की सरकारों के बीच वर्ष 2016 में 36 राफेल विमानों का सौदा हुआ है। इन पर 58 हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा। पहले राफेल विमान को इसी साल सितंबर में भारत आना है।
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