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Indian Railways: लॉकडाउन के बाद रेलवे की तैयारी, सुरक्षित तरीके से शुरू होगा लोगों का आवागमन

रेलवे की अोर से यह भी व्यवस्था की जा रही है कि पहले चरण में केवल वंदेभारत शताब्दी और जनशताब्दी जैसी ट्रेनें चलाई जाए।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Sun, 10 May 2020 02:54 PM (IST)Updated: Sun, 10 May 2020 07:20 PM (IST)
Indian Railways: लॉकडाउन के बाद रेलवे की तैयारी, सुरक्षित तरीके से शुरू होगा लोगों का आवागमन
Indian Railways: लॉकडाउन के बाद रेलवे की तैयारी, सुरक्षित तरीके से शुरू होगा लोगों का आवागमन

 सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नई दिल्ली। तीन सौ से ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के अनुभवों के बाद अब रेलवे इसकी योजना बनाने में जुट गया है कि लाकडाउन खत्म होने के बाद यात्री ट्रेनें कैसे शुरू की जाएं। यानी ट्रेन का संचालन भी चरणबद्ध तरीके से होगा और उसमे सबसे पहले वंदे भारत, शताब्दी और तेजस जैसी ट्रेनें दौड़ेंगी जो एक ही दिन में अपनी यात्रा खत्म करती है। अधिकारी इसके तौर तरीके पर मंथन करने में जुटे हैं। यानी इसके लिए यात्रियों की प्राथमिकता, उनके लिए टिकट, कंपार्टमेंट में कुल यात्री की संख्या आदि को व्यवस्थित किया जाएगा।

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इन ट्रेनों पर पहला विचार इसलिए शुरू हुआ है क्योंकि ये ट्रेनें देश के ज्यादातर बड़े शहरों को जोड़ती हैं। इसमें अलग अलग बैठने की सीटे होतीं है और अपने गंत्व्य तक की दूरी (अप-डाऊन) एक दिन में ही पूरी कर लेती है। रेलवे के सूत्रों के मुताबिक श्रमिक ट्रेनों के संचालन से कई अनुभव मिले है और यह देखा गया है कि यात्रियों को अलग अलग तरह से व्यवस्थित किया जा सकता है। दरअसल यह तो तय है कि धीरे धीरे सभी गतिविधियां शुरू होंगी ऐसे में रेलवे को भी अपने स्टेशनों को तैयार करना चाहिए।

सीमित संख्या में यात्रियों के आवागमन के जरिए सभी स्टेशन जरूरी स्वास्थ्य मानिटरिंग करने में सक्षम बनेंगे। यह भी एक सवाल है कि क्या ऐसी ट्रेनें भी श्रमिक स्पेशल की तरह ही प्वाइंट टू प्वाइंट चलाई जाएं या फिर रास्ते में पड़ने वाले सभी स्टेशनों पर रुके। ज्यादा मत है कि इसे नियत सभी स्टेशनों पर रोका जाए क्योंकि तभी स्टेशन तैयार हो पाएंगे। लाकडाउन के बाद अचानक यात्रियों की संख्या में एक बारगी बाढ़ सी आ सकती है। इस तरह उमड़ने वाली भीड़ पर काबू पाने के लिए सीमित, नियंत्रित व चरणबद्ध तरीके से ट्रेनों का संचालन शुरु किया जा सकता है।

इनमें यात्रा के लिए ई-पास और रिजर्वेशन के साथ ही बोर्डिंग पास यानी टिकट की सुविधा दी जा सकती है। यानी पहले स्थानीय अधिकारियों से ई पास लेना होगा फिर उसके आधार पर ही ई टिकट मिल सकता है। बताते हैं कि ट्रेनों में डिब्बों की संख्या 17-18 से बढ़ाकर 20-22 भी की जा सकती है। इनमें यात्रा के लिए उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जो किसी कार्यवश दूसरे शहरों में जाकर फंस गये हैं।

 रेलवे ने लोगों से रेल की पटरियों पर न चलने की अपील

पूरे देश में जारी लॉकडाउन-3 के बीच लोगों को हादसों से बचाने के लिए रेलवे ने लोगों से पटरियों पर न चलने की अपील की है। दरअसल महाराष्ट्र में रेल की पटरियों पर सो रहे प्रवासी मजदूरों की हैदराबाद के चेरापल्ली से महाराष्ट्र के पानिवाड़ जा रही मालगाड़ी से कटकर मौत होने की घटना के बाद पूर्वी तटीय रेलवे ने लोगों से पटरियों पर चलने से बचने के लिए कहा है, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान भी कई विशेष ट्रेनें चल रही हैं।

एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए यात्री ट्रेनें निलंबित हैं लेकिन देशभर में आवश्यक सामान की आपूर्ति बनाए रखने के लिए सभी रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ियां और पार्सल एक्सप्रेस ट्रेनें लगातार चल रही हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में श्रमिक विशेष ट्रेनें भी शुरू की गई हैं और पूर्वी तटीय रेलवे के क्षेत्र में ऐसी कई ट्रेनें चल रही हैं।


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