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ये है रेलवे का PLAN BEE, जिससे बचेगी हाथियों की जान

पूर्वोत्तर राज्यों में अक्सर ट्रेन से टकरा कर हाथियों के घायल और मरने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। रेलवे ने इस समस्या के समाधान के लिए एक योजना बनाई है।

By Vikas JangraEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 05:05 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 05:05 PM (IST)
ये है रेलवे का PLAN BEE, जिससे बचेगी हाथियों की जान

दिल्ली [जेएनएन]। पूर्वोत्तर राज्यों में अक्सर ट्रेन से टकरा कर हाथियों के घायल और मरने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। रेलवे ने इस समस्या के समाधान के लिए एक योजना बनाई है। इस योजना का नाम 'PLAN BEE'रखा गया है। इस योजना के अंतर्गत नार्थ फ्रंटियर रेलवे ने एक ऐसा उपकरण बनाया है, जिसमे मधुमखियों की भिनभिनाहट की आवाज़ रिकॉर्ड की गयी।

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दरअसल, हाथियों को मधुमखियों की भिनभिनाहट से काफी चिढ़ होती है। मधुमखियों के झुण्ड की भिनभिनाहट की ये आवाज़ इस उपकरण की सहायता से 600 मीटर दूर तक हाथियों को सुनाई देती है। इस वजह से हाथी रेलवे ट्रैक के पास नहीं आते। इस उपकरण की वजह से हाथियों के ट्रेन से टकराने की घटनाओं में काफी कमी आयी है।

रेलवे ने पिछले साल रेल की पटरियों के साथ इन उपकरणों को लगाया। इस उपकरण की कीमत करीब 2000 रुपये है। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस ध्वनियन्त्र के प्रयोग को सफल बताया है। 

रेल मंत्रालय में राज्य मंत्री राजेश गोहेन ने पिछले साल लोकसभा में बताया कि 2014 से 2016 के दौरान रेलवे पटरियों पर 35 हाथी मारे गए थे और जुलाई 2017 तक पांच हाथी मारे गए थे। इस साल अप्रैल में, ओडिशा के तेलिधि गांव के पास डबल-क्रॉसिंग रेलवे पटरियों में हावड़ा-मुंबई एक्सप्रेस से टकरा कर चार हाथियों की मौत हो गयी थी।


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