Indian Railways News: ट्रेनों में काफी सीटें खाली, जानें- कब से सामान्य रूप से चलेंगी ट्रेनें
Indian Railways News भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने कहा रेलवे की नजर वेटिंग लिस्ट पर है। जून और जुलाई माह में वेटिंग लिस्ट नहीं है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के बीच हर कोई यही जानना चाह रहा है कि रेलवे की सुविधाएं सामान्य कब होंगी? कोविड-19 के चलते लगभग तीन महीने से ठप पड़े ट्रेनों के संचालन के फिलहाल सामान्य होने की संभावना नहीं है। चलाई जा रही सीमित ट्रेनों के लिए भी भरपूर यात्री नहीं मिल पा रहे हैं। भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने कहा 'रेलवे की नजर वेटिंग लिस्ट पर है। जून और जुलाई माह में वेटिंग लिस्ट नहीं है। लौटने वाली ट्रेनों में काफी सीटें खाली रहती हैं।' यादव ने कहा 'कुछ रुटों पर यात्रियों की संख्या निकल रही है, जिस पर अतिरिक्त ट्रेनों को चलाने के बारे में विचार किया जा रहा है।' इनमें डिब्रूगढ़ और अमृतसर जैसे गंतव्य प्रमुख हैं।
ट्रेनों में जून व जुलाई में प्रतीक्षा सूची नहीं
यादव सोमवार को यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग से पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा 30 राजधानी स्पेशल के साथ नियमित 200 ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इनमें ट्रेनों का चयन काफी सोच विचार के बाद किया गया था। व्यस्त ट्रैफिक वाले रुट के साथ देश के हर हिस्से से जुड़ने वाली ट्रेनों को इसमें शामिल किया गया है। कोरोना के चलते स्वच्छता के सख्त नियम, स्वास्थ्य प्रोटोकाल के आधार पर ट्रेनों का संचालन हो रहा है। लेकिन इन ट्रेनों में जून व जुलाई में प्रतीक्षा सूची नहीं है। लेकिन जिन रुटों आवश्यकता दिखेगी वहां के लिए अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन शुरु किया जा सकता है।
मुंबई लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू, शर्तों के साथ यात्रा की अनुमति
मुंबई में सोमवार से कुछ लोकल ट्रेनों का संचालन शुरु किया गया है। यादव ने बताया कि सेंट्रल रेलवे ने 200 जोड़ी ट्रेन और पश्चिम रेलवे ने 73 जोड़ी ट्रेनें शुरू कर दी हैं। यादव ने इस बारे में बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने आवश्यक सेवाओं में संलग्न लोगों के आने जाने के लिए लोकल ट्रेनों को चलाने की मांग की थी। राज्य सरकार के जारी पास के आधार पर ही लोगों को यात्रा करने की अनुमति दी जा रही है। जिन ट्रेनों में 1200 यात्री चलते थे उनमें केवल 700 लोगों को यात्रा की अनुमति है। एक सवाल के जवाब में यादव ने बताया कि जिन राज्यों से लोकल ट्रेनों को चलाने की अनुमति मांगी जाएगी, उस पर विचार किया जाएगा।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या अब नगण्य
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के संचालन के बारे में उन्होंने कहा कि एक मई से शुरु की इन ट्रेनों का संचालन 26 मई तक प्रतिदिन औसतन ढाई सौ ट्रेनें चलाई गईं। लेकिन अब संख्या नगण्य रह गई है। हालांकि 14 जून को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इस बारे में पत्र लिखकर अपनी जरूरतें बताने को कहा गया है। पलायन कर गये प्रवासी मजदूरों के बारे में पूछे सवाल पर यादव ने कहा कि 230 नियमित ट्रेनें पहले से ही चल रही है, लेकिन लौटते समय इन ट्रेनें खाली ही चल रही हैं।