रफ्तार पकड़ने को तैयार हो रही रेल, 11 लाख से ज्यादा कामगारों को पहुंचाया गया घर
देश में अब तक 932 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 11 लाख से ज्यादा कामगारों को उनके घर पहुंचाया गया है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। लंबे लॉकडाउन के दौर में आहिस्ता-आहिस्ता ट्रेन पटरी पर आने लगी है। पहले श्रमिक विशेष और उसके बाद विशेष राजधानी पटरी पर उतरी। इनकी संख्या बढ़ाई जा रही है। जल्द ही कुछ और विशेष ट्रेनें पटरी पर उतर सकती हैं।
12 मई को नई दिल्ली से सिर्फ तीन विशेष राजधानी ट्रेनें रवाना हुई थीं। इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। 14 मई को इस स्टेशन से 14 और 15 मई को 19 ट्रेनों का संचालन किया गया। इस तरह से स्टेशन पर 22 हजार से ज्यादा यात्री पहुंचने लगे हैं। आने वाले दिनों में ट्रेनों व यात्रियों की संख्या और बढ़ेगी। देश में अब तक 932 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 11 लाख से ज्यादा कामगारों को उनके घर पहुंचाया गया है। रोजाना इन ट्रेनों की संख्या बढ़ रही है। आठ मई को दिल्ली से एक ट्रेन मध्य प्रदेश गई थी। वहीं, 15 मई को सात ट्रेनें रवाना की गईं।
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने कहा, ''रेलवे बोर्ड के आदेश के अनुसार कोई कदम उठाया जाएगा। कब और कितनी ट्रेनें चलेंगी इसका फैसला बोर्ड को लेना है। फिल्हाल श्रमिक व राजधानी विशेष ट्रेनों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है।'
दस हजार ने किया सफर
शुक्रवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से चेन्नई, मंगलौर, डिब्रुगढ़, हावड़ा, मुंबई सेंट्रल, राजेंद्र नगर, साबरमती, जम्मूतवी और बेंगलुरु के लिए विशेष राजधानी ट्रेनें रवाना हुई। इन ट्रेनों से लगभग दस हजार यात्रियों ने सफर किया। उत्तर प्रदेश व बिहार के कामगारों को उनके घर पहुंचाने के लिए पुरानी दिल्ली व आनंद विहार टर्मिनल से सात श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाई गई। गोरखपुर व बनारस के लिए दो-दो और भागलपुर, मुजफ्फरपुर व सहरसा के लिए एक-एक ट्रेन रवाना हुई। इन ट्रेनों से करीब आठ हजार मजदूरों को उनके घर ले जाया गया।
1200 लोगों को ले दरभंगा को रवाना हुई श्रमिक स्पेशल ट्रेन
यात्रियों के भारत माता की जयघोष के नारों के साथ गुरुग्राम रेलवे स्टेशन से शुक्रवार दोपहर दो बजे बिहार के दरभंगा के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। सभी के लिए मुफ्त टिकट, भोजन व पानी की व्यवस्था की गई थी।