फेसबुक से यूजर्स का डाटा एक्सेस मांगने के मामले में दूसरे स्थान पर भारत, नंबर वन पर अमेरिका
सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक के उपयोगकर्ताओं का डाटा एक्सेस मांगने के मामले में पूरे दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है। इस मामले में अमेरिका पहले स्थान पर बना हुआ है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक के यूजर्स का डाटा मांगने में पूरे विश्व में अमेरिका के बाद भारत का दूसरा स्थान है। भारत सरकार की ओर से फेसबुक से उसके यूजर्स का डाटा मांगने की अपील इस साल के पहले छह महीने में पिछले साल के आखिरी छह महीने के मुकाबले करीब 37 फीसद बढ़ गई है। सरकार ने फेसबुक से यूजरों के संबंध में 22,684 जानकारियां मांगी हैं। इस पर सोशल नेटवर्किग कंपनी ने 54 फीसद जानकारियों का जवाब दिया।
फेसबुक की ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट के अनुसार इस अवधि में अमेरिका सरकार ने यूजर्स के डाटा के संबंध में 50,741 सूचनाएं मांगीं। पूरे विश्व में वर्ष 2019 के पहले छह महीने में सरकार के यूजर्स की जानकारी मांगने में 16 फीसद का इजाफा हुआ। शिकायतें 110,634 से बढ़कर 128,617 हो गईं।
फेसबुक के वाइस प्रेसिडेंट क्रिस सोंडरबी ने बताया कि अमेरिकी सरकार फेसबुक यूजर्स का डाटा मांगने में इस बार भी सबसे आगे है। क्रमश: दूसरे स्थान पर भारत, तीसरे पर ब्रिटेन, चौथे पर जर्मनी और पांचवें पर फ्रांस है। अमेरिका में फेसबुक को 50,741 अपील मिली हैं। इसमें पिछले छह महीने के मुकाबले 23 फीसद का इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि फेसबुक हरेक सरकार की डाटा मांगने की अपील पर गौर करता है। अगर वह कानूनी रूप से वैध है तो फिर जो भी सरकार उसकी मांग करे हम वह जानकारी उन तक पहुंचाते हैं।
क्रिस सोंडरबी ने यह भी कहा कि अगर कोई मांग गैरवाजिब होती है तो हम जानकारी नहीं देते। जरूरत पड़े तो कोर्ट में उसके लिए केस लड़ते हैं। हम सरकारों को लोगों की जानकारी चोर दरवाजे से नहीं देते। स्थानीय कानून के चलते विश्व भर में 50 फीसद जानकारी को फेसबुक पर बाधित कर दिया। उन्होंने बताया कि पिछले छह महीने में दिल्ली हाईकोर्ट के एक फैसले के चलते भारत में 16,600 सामग्रियों को प्रतिबंधित किया गया। फेसबुक पर प्रतिबंधित की गई अधिकांश सामग्रियों में 58 फीसद पाकिस्तान और मेक्सिको से जारी हुई थीं।
यह भी पढ़ें- सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी पाकिस्तान हुआ बदनाम, फेसबुक ने की बड़ी कार्रवाई