Assam Flood: बाढ़ और भूस्खलन से 26 जिलों के चार लाख से ज्यादा लोग प्रभावित, रेस्क्यू आपरेशन में जुटी भारतीय सेना
Flood in Assam असम में बाढ़ से 26 जिलों के चार लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए सेना को उतारा गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने भी हर संभव मदद का भरोसा दिया है।
गुवाहाटी, एएनआइ। पूरा उत्तर भारत जहां गर्मी की मार से परेशान है तो वहीं दूसरी तरफ नार्थ-ईस्ट के असम में मूसलाधार बारिश और बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। असम के 26 जिलों में बाढ़ का असर बताया जा रहा है। इन जिलों के 4 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं।
सेना ने शुरू किया रेस्क्यू आपरेशन
राहत और बचाव कार्य के लिए भारतीय सेना के जवानों को उतारा गया है। कछार जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है। भारतीय सेना और असम राइफल्स के जवानों ने मंगलवार को कछार जिले के विभिन्न हिस्सों में राहत-बचाव अभियान शुरू कर दिया है। कछार जिले के उपायुक्त के तत्काल अनुरोध पर भारतीय सेना और असम राइफल्स की टीम बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने में जुटी है। गुवाहाटी स्थित डिफेंस के पीआरओ ने कहा कि रेस्क्यू आपरेशन में महिलाओं, बुजुर्गों और छोटे बच्चों को प्राथमिकता दी गई।
पीआरओ ने कहा, 'समय पर और त्वरित कार्रवाई से लोगों की जान बच गई और एक बड़ी आपदा टल गई। असम राइफल्स की श्रीकोना बटालियन और सेना के जवानों ने 500 ग्रामीणों को बचाया। देर शाम तक बचाव के प्रयास जारी थे और अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने असम राइफल्स और सेना के काम की तारीफ की है।'
कछार में सबसे ज्यादा लोग प्रभावित
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, अकेले कछार जिले में कुल 96,697 लोग प्रभावित हुए हैं जबकि होजई में 88,420, नगांव में 58,975, दरांग में 56,960, विश्वनाथ में 39,874 और उदलगुरी जिले में 22,526 लोग प्रभावित हुए हैं। नागांव में 67 राजस्व मंडलों के 1,089 गांव प्रभावित बताए जा रहे हैं। बाढ़ में कई हेक्टेयर भूमि भी डूब गई है।
गृह मंत्री ने दिया हर मदद का भरोसा
असम में बाढ़ के हालात पर केंद्र सरकार की भी नजरें हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सरकार को आश्वासन दिया है कि केंद्र सरकार द्वारा असम को हर संभव मदद दी जाएगी। शाह ने स्थिति का जायजा लेने के लिए के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा से बात की है केंद्र सरकार द्वारा हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया।