भारत को अगले महीने तक मिल जाएगी एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक, अगले चार महीने में 20 करोड़ डोज
यदि सबकुछ योजना के मुताबिक रहा तो भारत में अगले महीने से कोविड टीकाकरण अभियान शुरू हो सकता है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला की मानें तो भारत को दिसंबर तक एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक मिल जाएगी।
नई दिल्ली, एजेंसियां। यदि सबकुछ ठीक रहा तो भारत में अगले महीने से कोरोना संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू हो सकता है। पुणे स्थित दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन उत्पादक फर्म सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (सीआइआइ) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि भारत को दिसंबर तक ब्रिटेन की दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित की जा रही कोरोना वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक मिल जाएगी। भारत में इस वैक्सीन का उत्पादन सीआइआइ ही कर रही है।
एस्ट्राजेनेका और सीरम के बीच करार
एस्ट्राजेनेका ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर यह वैक्सीन विकसित कर रही है। एक अरब खुराक उत्पादन करने के लिए एस्ट्राजेनेका और सीरम के बीच करार हुआ है। सीरम इंस्टीट्यूट इसका क्लीनिकल ट्रायल कर रहा है। पूनावाला ने कहा कि आखिरी चरण के ट्रायल में अब तक मिले आंकड़ों में एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कारगर पाई गई है। अगले महीने तक सरकार से इसके आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है।
अब तक तैयार की दो करोड़ खुराक
पूनावाला ने कहा कि सीरम ने अब तक इस वैक्सीन की दो करोड़ खुराक तैयार कर ली है और अगले चार महीने में इससे 10 गुना खुराक तैयार कर लेने की उम्मीद है। वाशिंगटन पोस्ट के साथ बातचीत में अदार ने कहा कि उन्होंने अपनी फर्म की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए लगभग 1875 करोड़ रुपये लगाए हैं। सीरम ने वैक्सीन विकसित कर रही दुनिया की चार बड़ी कंपनियों के साथ समझौता किया है। नोवावैक्स भी उनमें से एक है।
ऑस्ट्रेलियाई वैक्सीन अगले साल की पहली तिमाही तक आएगी
ऑस्ट्रेलिया के स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हंट ने शुक्रवार को क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित की जा रही कोरोना वैक्सीन अगले साल की पहली तिमाही तक सभी देशवासियों के लिए उपलब्ध हो सकती है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन विकसित करने का काम समय से पहले चल रहा है। परीक्षण में यह कारगर पाई गई है और बुजुर्ग लोगों पर भी इसका असर प्रभावी पाया गया है। उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन के लिए तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल शुरू होने वाला है।