Hacking के मामले में भारत दूसरे स्थान पर, गत वर्ष 120 करोड़ अकाउंट hack करने की हुई कोशिश
Hacking की कोशिशों के मामले में भारत दूसरे अमेरिका पहले और कनाडा तीसरे स्थान पर हैं। यह बात स्टेट ऑफ द इंटरनेट सिक्योरिटी के नए संस्करण सामने आई है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। देश में गत वर्ष 120 करोड़ अकाउंट की हैकिंग (Hacking) के प्रयास हुए। इस मामले में अमेरिका पहले, भारत दूसरे और कनाडा तीसरे पायदान पर रहे। क्लाउड डिलीवरी नेटवर्क प्रदाता अकामाई टेक्नोलॉजीज के 'स्टेट ऑफ द इंटरनेट सिक्योरिटी' के नए संस्करण यह बात सामने आई।
रिपोर्ट के अनुसार, किसी व्यक्ति या कंप्यूटर द्वारा अकाउंट को हैक करने के लिए किए गए हर प्रयास में चोरी के अथवा बनाए गए यूजरनेम तथा पासवर्ड का इस्तेमाल किया गया। अमेरिका की तुलना में भारत और कनाडा में हुई हैकिंग की कोशिशों की संख्या काफी कम है। यह रिपोर्ट क्रेडेंशियल स्टफिंग (एक प्रकार का साइबर अटैक) या डाटाबेस उल्लंघन के लिए हुए हमले पर आधारित है।
अमेरिका में 1,252 करोड़ अकाउंट की हैकिंग का प्रयास
हैकिंग की कोशिशों के मामले में अमेरिका अन्य देशों के मुकाबले बहुत आगे है। अमेरिका में गत वर्ष 1,252 करोड़ अकाउंट की हैकिंग की कोशिश हुई, जबकि भारत में 120 करोड़ अकाउंट की हैकिंग के प्रयास किए गए। कनाडा में ऐसे प्रयास 102 करोड़ अकाउंट के साथ हुए। साइबर हमले की कोशिश का क्षेत्र काफी व्यापक रहा। मीडिया व मनोरंजन से लेकर खुदरा और गेमिंग कारोबार के अकाउंट की भी हैकिंग की कोशिश हुई।
सबसे ज्यादा मीडिया व मनोरंजन वीडियो पर हुए हमले
अकामाई की रिपोर्ट के अनुसार, हैकरों ने सबसे ज्यादा मीडिया और मनोरंजन ब्रांड पर हमले की कोशिशें कीं। इसका कारण है कि इन ब्रांड के अकाउंट का एक्सेस (खोलने की कुंजी) 'कालाबाजार' में बेच दिए जाते हैं। तीन सबसे ज्यादा क्रेडेंशियल स्टफिंग हमले का शिकार होने वाले क्षेत्रों में वीडियो ऐसा है, जहां वर्ष 2018 में हैकिंग की कोशिशों की संख्या 13.3 करोड़ से बढ़कर 20 करोड़ हो गई।