अफगानिस्तान में बढ़ रहे कोरोना के मामले, भारत ने अपने राजनयिकों को किया शिफ्ट
अफगानिस्तान में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच भारत ने हेरात और जलालाबाद में मौजूद राजनयिकों को काबुल में शिफ्ट कर दिया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। अफगानिस्तान में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत ने अपने राजनयिकों को शिफ्ट कर दिया है। भारत सरकार ने अपने राजनयिकों और कर्मचारियों को हेरात और जलालाबाद के वाणिज्य दूतावास से काबुल स्थानांतरित कर दिया है। महामारी से लड़ने के लिए अफगान सरकार ने लॉकडाउन घोषित कर दिया है।
अफगान सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार शनिवार तक कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या 110 तक पहुंच गई है। अफगानिस्तान मध्य पूर्व में महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक ईरान के साथ एक लंबी सीमा साझा करता है।
ईरान में मरने वालों का आंकड़ा 2500 को पार कर गया है, जबकि 35,000 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। इसमें से 11 हजार मरीज ठीक हो चुके हैं। मिडिल ईस्ट इलाके में ईरान के बाद तुर्की में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं, अधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि काबुल में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 50 लाख से ज्यादा तक पहुंच सकती है।
सूत्रों के मुताबिक अफगानिस्तान में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक आई तेजी की वजह से सरकार ने हेरात और जलालाबाद के दोनों वाणिज्य दूतावासों में मौजूद भारतीय कर्मचारियों को एहतियात के तौर पर काबुल शिफ्ट किया गया है। सूत्रों ने कहा कि दोनों प्रांतों में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं नहीं होना भी राजनयिकों को स्थानांतरित करने की एक वजह है। राजधानी काबुल में बेहतर सुविधाएं हैं।
अफगानिस्तान ने शुक्रवार को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए राजधानी काबुल में लॉकडाउन की घोषणा की। आवश्यक उत्पादों की आपूर्ति को छोड़कर सभी सार्वजनिक और निजी कार्यालय और बाजार अगली सूचना तक बंद रखने का आदेश दिया गया है।
पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान से कोरोना वायरस की शुरूआत हुई थी, जो अबतक दुनिया के लगभग 195 देशों और क्षेत्रों में फैल चुका है। दिसंबर से अबतक दुनियाभर में 6 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 28600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें से 135,600 से अधिक लोग ठीक हो चुके हैं।