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'पड़ोस पहले' मंत्र के साथ भारत ने दोबारा शुरू किया वैक्सीन का निर्यात, चार देशों को भेजी गईं लाखों डोज

अपने खुद के बनाए पड़ोस पहले के मंत्र के साथ भारत ने कोरोना रोधी वैक्सीन का दोबारा निर्यात शुरू किया है। हाल ही में ईरान म्यांमार नेपाल और बांग्लादेश को कोरोना वैक्सीन भेजी गई हैं। इन देशों को मेड इन इंडिया वैक्सीन की 10-10 लाख डोज भेजी गई हैं।

By TaniskEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 11:14 PM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 11:14 PM (IST)
'पड़ोस पहले' मंत्र के साथ भारत ने दोबारा शुरू किया वैक्सीन का निर्यात, चार देशों को भेजी गईं लाखों डोज
भारत ने म्यांमार, बांग्लादेश, नेपाल और ईरान को भेजी वैक्सीन। (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, एएनआइ। अपने खुद के बनाए 'पड़ोस पहले' के मंत्र के साथ भारत ने कोरोना रोधी वैक्सीन का दोबारा निर्यात शुरू किया है। हाल ही में ईरान, म्यांमार, नेपाल और बांग्लादेश को कोरोना वैक्सीन भेजी गई हैं। जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश और ईरान को 'मेड इन इंडिया' वैक्सीन की 10-10 लाख डोज भेजी गई हैं। म्यांमार और नेपाल को भी इतनी ही वैक्सीन का निर्यात किया गया है। पड़ोसी के देशों में भारत निर्मित वैक्सीन (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) की बहुत ज्यादा मांग है। जानकारी के मुताबिक विभिन्न कूटनीतिक चर्चाओं के दौरान दक्षिण एशियाई देश भारत से बार-बार वैक्सीन का निर्यात शुरू करने का अनुरोध करते रहे।

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कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान देश में मामले बढ़ने पर भारत ने मई में कोरोना वैक्सीन के निर्यात पर रोक लगा दी थी। हालात सामान्य होने और वैक्सीन का उत्पादन बढ़ने के बाद भारत ने पिछले महीने निर्यात दोबारा शुरू करने की घोषणा की थी। तब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा था कि कोवैक्स के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए भारत 'वैक्सीन मैत्री' पहल के तहत कोरोना रोधी वैक्सीन का निर्यात फिर शुरू करेगा।

भारत निर्मित वैक्सीन पर ज्यादा भरोसा

कोवैक्स संयुक्त राष्ट्र का एक कार्यक्रम है, जिसके तहत गरीब और कमजोर देशों को वैक्सीन मुहैया कराई जाती है। सूत्रों ने बताया कि भारत ने वैक्सीन के निर्यात पर रोक लगाई तो उसके बाद के पांच महीने के दौरान चीन ने अपनी सिनोफार्मा वैक्सीन की सप्लाई दक्षिण एशियाई देशों को की। लेकिन चीनी वैक्सीन की गुणवत्ता को लेकर हमेशा से सवाल उठाए जा रहे हैं और यही वजह है कि इन देशों को भारत निर्मित वैक्सीन पर ज्यादा भरोसा है।

स्पुतनिक लाइट के निर्यात को मंजूरी

समाचार एजेंसी प्रेट्र के मुताबिक सरकार ने रूस की एक डोज वाली कोरोना रोधी वैक्सीन स्पुतनिक लाइट को निर्यात करने की मंजूरी दे दी है। देश में अभी इसके इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी नहीं मिली है। सूत्रों ने बताया कि हेटेरो बायोफार्मा लिमिटेड को रूस को स्पुतनिक लाइट की 40 लाख डोज निर्यात करने की अनुमति दी गई है। भारत में रूस के राजदूत ने सरकार से इस वैक्सीन के निर्यात की अनुमति देने का आग्रह किया था।


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