भारत पर बढ़ता जा रहा है वेब एप्लिकेशन से वायरस हमले का खतरा
एकामाई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2017 की दूसरी तिमाही में वैश्विक रूप से कुल डिस्ट्रिब्यूड डेनियल ऑफ सर्विस (डीडीओएस) हमलों में 28 फीसदी सालाना की दर से बढ़ोत्तरी हुई है।
बेंगलुरु, आइएएनएस। वेब एप्लिकेशन के जरिए वायरस हमलों के लिए सबसे ज्यादा लक्षित देशों में भारत 8वें स्थान पर है। वहीं सोर्स देशों की लिस्ट में पांचवें स्थान पर है, जिस पर करीब 12 मिलियन हमले हो चुके हैं। आईटी कंपनी एकामाई टेक्नोलॉजी ने अपनी एक रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है।
एकामाई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2017 की दूसरी तिमाही में वैश्विक रूप से कुल डिस्ट्रिब्यूड डेनियल ऑफ सर्विस (डीडीओएस) हमलों में 28 फीसदी सालाना की दर से बढ़ोत्तरी हुई है। रिपोर्ट में यह भी बात सामने आई है कि हमलावर ने न केवल नए औजारों पर स्थानांतरित कर रहे हैं, बल्कि पुराने उपकरणों पर भी वापसी की जो पहले बहुत प्रभावी साबित हुई हैं।
मिस्र को अद्वितीय आईपी पतों के साथ अधिकतम संख्या में हमलों का स्रोत पाया गया, जिसका वैश्विक स्तर पर 32 प्रतिशत का योगदान है। 'क्यू2 2017 स्टेट ऑफ द इंटरनेट/सिक्योरिटी रिपोर्ट' शीर्षक से छपि रिपोर्ट में यह कहा गया है। रिपोर्ट बताती है कि डीडीओएस हमलों की आवृत्ति बढ़ी है, लेकिन हमलों में शामिल आईपी पतों की संख्या में गिरावट आई है। एक गेमिंग कंपनी पर 558 बार हमला किया गया, जो औसतन एक दिन में छह बार है।
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