दुनिया का छठा सबसे अमीर देश है भारत, सबसे तेजी से बढ़ते पूंजी बाजारों वाले देशों में शामिल
एफ्रेशिया बैंक ग्लोबल वेल्थ माइग्रेशन रिव्यू की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के तकरीबन 200 देशों में से भारत छठा सबसे अमीर देश है।
[जागरण स्पेशल]। एफ्रेशिया बैंक ग्लोबल वेल्थ माइग्रेशन रिव्यू की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के तकरीबन 200 देशों में से भारत छठा सबसे अमीर देश है। देश की कुल दौलत 8,230 अरब डॉलर है। इस सूची में 62 हजार अरब से भी अधिक दौलत के साथ अमेरिका पहले पायदान पर है। दूसरे व तीसरे स्थान पर क्रमश: चीन व जापान हैं। अगले 10 वर्षों में वैश्विक दौलत में 50 फीसद इजाफा संभावित है। सबसे तेजी से बढ़ते पूंजी बाजारों वाले देशों में भारत भी शामिल है।
तेजी से बढ़ेगी भारत की संपदा
2027 तक भारत कुल दौलत के मामले में जर्मनी और ब्रिटेन से आगे निकल जाएगा। यानी अगले दस वर्षों में भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा पूंजी बाजार बन जाएगा। देश में नए उद्यमियों की बढ़ती संख्या, बेहतर शिक्षा प्रणाली, उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल, बिजनेस आउटसोर्सिंग, रियल एस्टेट, स्वास्थ्य सेवा और मीडिया क्षेत्र के चलते दस वर्षों में देश की कुल दौलत में तकरीबन 200 फीसद इजाफा होगा।
अन्य देशों का हाल
- 2027 तक चीन की कुल दौलत बढ़कर 69,449 अरब डॉलर होने की संभावना है।
- अमेरिका की कुल दौलत बढ़कर लगभग 75,101 अरब डॉलर हो जाएगी।
- ऑस्ट्रेलिया कनाडा से आगे निकल जाएगा।
दुनिया में बरसेगा धन
फिलहाल दुनिया की कुल दौलत लगभग 215 लाख करोड़ रुपये है। अगले दस वर्षों में इसके 50 फीसद बढ़कर 321 लाख करोड़ डॉलर हो जाने की संभावना है। दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले पूंजी बाजारों में भारत समेत श्रीलंका, वियतनाम, चीन, मॉरीशस को शामिल किया गया है।
कुल दौलत
दुनिया के हर देश में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की निजी दौलत को मिलाकर कुल दौलत कहा जाता है। इसमें उनके ऋणों को हटाकर बचने वाली संपत्ति (प्रॉपर्टी, नकद, शेयर व फंड और व्यापार में लाभ) शामिल होती है। कुल दौलत में सरकारी खजाने को शामिल नहीं किया जाता है।