संयुक्त रूप से रक्षा सामग्री का निर्माण करें भारत और रूस
तेजी से हो रहे वैश्विक परिवर्तन के बीच दोनों देशों के सामने अपने घनिष्ठ संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ तथा मजबूत करने की चुनौती होगी।
नई दिल्ली (प्रेट्र/आइएएनएस)। भारत के लिए रूस उसकी विदेशी नीति में प्रमुख भागीदार बना रहेगा। यह दावा करते हुए विदेश मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव विजय गोखले ने मेक इन इंडिया के तहत दोनों देशों को सयुंक्त रूप से रक्षा सामग्री का निर्माण करने का आह्वान किया।
गोखले इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स (आइसीडब्ल्यूए) द्वारा आयोजित भारत-रूस के थिंक टैंक प्रमुखों के दूसरे सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि तेजी से हो रहे वैश्विक परिवर्तन के बीच दोनों देशों के सामने अपने घनिष्ठ संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ तथा मजबूत करने की चुनौती होगी।
उन्होंने कहा कि यह कहना बेकार है कि यह एक मजबूत राष्ट्रीय सहमति है। यह तर्क देते हुए कि भारत और रूस के बीच पिछले संबंधों को एक 'निष्कि्रय' वर्तमान साझेदारी में बदलाव नहीं करना चाहिए, गोखले ने चेतावनी दी कि हमारे संबंधों में आत्मसंतुष्टता का कोई स्थान नहीं है।
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