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India China Talks: भारत-चीन के बीच 8वें दौर की वार्ता जल्द, तनाव घटाने पर होगी बात

पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच सात दौर की बातचीत हो चुकी है। सातवें दौर की बातचीत 12 अक्टूबर को हुई थी जिसमें दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में सैन्य तनाव घटाने के कई कदमों पर चर्चा की थी।

By Manish PandeyEdited By: Published: Tue, 03 Nov 2020 09:55 AM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 09:55 AM (IST)
India China Talks: भारत-चीन के बीच 8वें दौर की वार्ता जल्द, तनाव घटाने पर होगी बात
भारत-चीन के बीच जल्द होगी 8वें दौर की वार्ता।

नई दिल्ली, एएनआइ। सरकारी सूत्रों ने सोमवार को बताया कि चीन ने भारत के साथ 8वीं कोर कमांडर स्तर की वार्ता की पुष्टि कर दी है। अब दोनों पक्ष आपसी सुविधा के लिहाज से इसकी तारीखों को अंतिम रूप देंगे। पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर दोनों पक्ष पहले ही सात दौर की बातचीत कर चुके हैं, जिसमें कोई नतिजा नहीं निकल सका है।

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सरकारी सूत्रों ने कहा, 'चीन ने पुष्टि की है कि वे भारत के साथ 8वें दौर की वार्ता करेंगे, जिसके लिए तारीखों को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।' सातवें दौर की बातचीत 12 अक्टूबर को हुई थी जिसमें दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में सैन्य तनाव घटाने के कई कदमों पर चर्चा की थी। इस दौरान दोनों देशों ने सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से संवाद बनाए रखने पर जोर दिया।

हाल ही में अमेरिका के साथ हुई टू प्लस टू वार्ता के दौरान दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख में चीनी घुसपैठ को लेकर भी चर्चा की गई थी। विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि चीन के साथ चल रही वार्ताओं का किसी बाहरी मुद्दे का संबंध नहीं है। सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों पक्ष सैन्य और कूटनीतिक चैनलों के जरिए बातचीत से जल्द से जल्द समाधान निकालने पर सहमत हैं।

वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन में सीमा विवाद को लेकर पिछले छह महीने से सैन्य गतिरोध चल रहा है। पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। चीन एलएसी पर लगातार बड़े पैमाने पर सैन्य ताकत में इजाफा कर रहा है। वही, इसके जवाब में भारत ने भी अपनी तैनाती बढ़ाई है। बता दें कि 15 जून को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इसमें भारत के 20 जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया था। इस दौरान चीन के 45 सैनिक मारे गए थे, लेकिन ची ने अभी तक इसे स्वीकारा नहीं है।


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