भारतीय नौसेना की और बढ़ी ताकत, स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी 'आइएनएस करंज' बेड़े में शामिल
आइएनएस करंज को वेस्टर्न नवल कमांड के बेड़े में शामिल किया जाएगा। यह पनडुब्बी मिसाइल टॉरपीडो से लैस है साथ ही समुद्र के भीतर ही माइन्स बिछाकर दुश्मन को तबाह करने की क्षमता रखती है। पनडुब्बियों का निर्माण मझगांव डॉकयार्ड में चल रहा है।
मुंबई, प्रेट्र। स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी आइएनएस करंज बुधवार को भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हुई। इस पनडुब्बी के आने से नौसेना की ताकत और बढ़ गई है।
नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह समेत रक्षा मंत्रालय के कई अधिकारी मौजूद थे
मुंबई के नवल डॉकयार्ड में एक कार्यक्रम में आइएनएस करंज को शामिल किया गया। पूर्व नौसेना प्रमुख वीएस शेखावत इस मौके पर मुख्य अतिथि थे। एडमिरल शेखावत पुरानी करंज पनडुब्बी को नौसेना में शामिल किए जाते वक्त भी मौजूद थे। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और रक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल थे।
मेक इन इंडिया अभियान के तहत पनडुब्बियों का निर्माण मझगांव डॉकयार्ड में चल रहा
मेक इन इंडिया अभियान के तहत स्कॉर्पीन श्रेणी की छह पनडुब्बियों का निर्माण यहां मझगांव डॉकयार्ड में चल रहा है। फ्रांस के नवल ग्रुप के सहयोग से इनका निर्माण किया जा रहा है। स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियां डीजल-विद्युत चालित अटैक पनडुब्बियां हैं। इन्हें कलवरी श्रेणी के नाम से भी जाना जाता है।
आइएनएस करंज में है समुद्र के भीतर माइन्स बिछाकर दुश्मन को तबाह करने की क्षमता
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि आइएनएस करंज को वेस्टर्न नवल कमांड के बेड़े में शामिल किया जाएगा। यह पनडुब्बी मिसाइल, टॉरपीडो से लैस है, साथ ही समुद्र के भीतर ही माइन्स बिछाकर दुश्मन को तबाह करने की क्षमता रखती है।