देशभर में बढ़े वायु प्रदूषण से बीमारियों में इजाफा, सांस से जुड़ी बीमारियां सबसे ज्यादा
पिछले वर्षो में वायु प्रदूषण के चलते बीमारियों में करीब 43 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। दिल्ली-एनसीआर सहित देशभर में बढ़े वायु प्रदूषण से लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है। गुरुवार को वायु प्रदूषण के मुद्दे पर बुलाई गई संसदीय समिति की बैठक में एम्स सहित स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों ने यह जानकारी साझा की। साथ ही बताया कि पिछले वर्षो में वायु प्रदूषण के चलते बीमारियों में करीब 43 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इनमें सांस से जुड़ी बीमारियां सबसे ज्यादा बढ़ी हैं। कमेटी ने इसे लेकर तुरंत प्रभावी कदम उठाने की जरूरत पर जोर दिया।
संसदीय समिति की तीसरी बैठक
बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर संसदीय समिति की गुरुवार को तीसरी बैठक थी। इसमें करीब 18 सदस्य शामिल हुए। इससे पहले दो बैठकें 15 और 20 नवंबर को भी हो चुकी हैं। हालांकि, इसकी पहली बैठक में गिनती के सिर्फ चार संसद सदस्य और कुछ अधिकारी ही पहुंचे थे। इसके बाद समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने बैठक को रद कर दिया था। समिति की दूसरी बैठक में कुल 28 सदस्यों में से 23 पहुंचे थे। इसमें अधिकारियों से इस समस्या से निपटने का पूरा प्लान मांगा गया था। इस दौरान पर्यावरण मंत्रालय की ओर से एक प्रेजेंटेशन भी दिया गया था।
एम्स निदेशक समेत सभी एजेंसियों को बुलाया गया
समिति की गुरुवार की बैठक इसलिए अहम थी, क्योंकि इनमें एम्स निदेशक सहित स्वास्थ्य मंत्रालय और वायु प्रदूषण के प्रभावों पर नजर रखने वाली एजेंसियों को भी बुलाया गया था। सूत्रों के मुताबिक बैठक में मंत्रालय की ओर से वायु प्रदूषण से मरीजों की बढ़ रही संख्या की जानकारी दी गई है। इनमें सांस से जुड़ी समस्या ज्यादा देखने को मिली है।
फिर नहीं पहुंचे पर्यावरण मंत्रालय के अधिकारी
संसदीय समिति की इस बैठक में इस बार फिर से पर्यावरण मंत्रालय का कोई भी वरिष्ठ अधिकारी नहीं पहुंचा। इसकी वजह अधिकारियों की व्यस्तताएं थी। सूत्रों की मानें तो इसकी सूचना पहले ही समिति को दे दी गई थी।