जम्मू-कश्मीर: आतंकी समूहों में शामिल हुए 71 युवक, सेना ने मार गिराए 132
इस साल जुलाई तक 78 आतंकियों ने घुसपैठ की, जबकि पूरे 2016 में कुल 123 आंतकी सीमापार से कश्मीर घाटी में दाखिल हुए थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर के हालात पिछले कुछ समय से ठीक नहीं हैं। पत्थरबाजी और आतंकी घटनाओं के बीच सेना ने ऑपरेशन 'ऑल आउट' चलाया, जिसके परिणाम भी नजर आ रहे हैं। आतंकी समूहों के कई कमांडर एनकाउंटर में मारे गए हैं। जम्मू-कश्मीर में सेना द्वारा चलाए जा रहे इस आंतकरोधी अभियान के कारण 2017 में 132 आंतकियों का सफाया हुआ है। वहीं इस साल सिर्फ 71 कश्मीरी युवक आतंकवादी कैंपों में शामिल हुए। इसके अलावा करीब 78 आतंकी जुलाई तक सीमापार से घाटी में आए।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, इस साल जुलाई तक 78 आतंकियों ने घुसपैठ की, जबकि पूरे 2016 में कुल 123 आंतकी सीमापार से कश्मीर घाटी में दाखिल हुए थे। इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक, सेना ने इस साल 132 आंतकियों का सफाया जुलाई तक किया है। पुख्ता जानकारी और सेना का अन्य सिक्युरिटी एजेंसियों के साथ बेहतर तालमेल होने के कारण जुलाई तक 74 विदेशी और 58 स्थानीय आंतकियों को मार गिराया।
इस साल जुलाई तक सेना ने जिन आंतकियों का मार गिराया उनमें लश्कर, हिज्बुल मुजाहिद्दीन और अल बद्रर के थे। इन आतंकियों में दो A++, चार A+ और आठ A कैटेगिरी के शामिल हैं। बुरहान हानी की मौत के बाद सेना और अन्य एजेंसियां जाकिर मुसा को खोजने में लगे हैं। वानी को पिछले साल 8 जुलाई को सेना ने मार गिराया था।
जाकिर मूसा ने अल कायदा के नेटवर्क से 'फाउंडेशन ऑफ न्यू मूवमेंट ऑफ जिहाद इन कश्मीर' के नाम से अपना बयान जारी किया है। इस बयान में उसने आतंकि बुरहान वानी को शहीद बताया है। उसने कहा कि आज कश्मीर में जिहाद के जागने का समय आ गया है।
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