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छत्तीसगढ़ में नक्सलियों पर इनाम की घोषणा में शाह के संकल्प का दम, जवानों की शहादत नहीं जाएगी बेकार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी की तरफ से पहली बार 21 बड़े नक्सल नेताओं पर अलग से इनाम घोषित किए जाने से नक्सलियों का समूल सफाया करने पर केंद्र सरकार का संकल्प नए सिरे से सामने आया है। नक्सलियों पर इनाम उनके कैडर व रैंक के हिसाब से तय किया जाता है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 11:27 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 11:27 PM (IST)
सात नक्सलियों के खिलाफ एक से दो करोड़ रुपये के बीच इनाम है घोषित।

अनिल मिश्रा, जगदलपुर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की तरफ से पहली बार 21 बड़े नक्सल नेताओं पर अलग से इनाम घोषित किए जाने से नक्सलियों का समूल सफाया करने पर केंद्र सरकार का संकल्प नए सिरे से सामने आया है। तीन अप्रैल को बीजापुर में 22 जवानों की शहादत को बेकार नहीं जाने देने की गृह मंत्री अमित शाह की घोषणा के बाद यह अहम घोषणा है।

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नक्सलियों पर इनाम उनके कैडर व रैंक के हिसाब से तय किया जाता

नक्सलियों पर इनाम उनके कैडर व रैंक के हिसाब से तय किया जाता है। राज्य सरकारें नक्सल उन्मूलन के लिए समय-समय पर नीति बनाती हैं। इसी में यह तय होता है कि किस स्तर के नक्सली पर कितना इनाम होगा। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से इस समय 10 हजार से लेकर एक करोड़ रपये तक के इनाम विभिन्न नक्सलियों पर घोषित हैं।

नक्सली के मुठभेड़ में मारे जाने या गिरफ्तारी पर इनाम राशि मिलती है पुलिस दल को

आत्मसमर्पण पर इनाम की राशि उस नक्सली को ही दे दी जाती है। अगर वह मुठभेड़ में मारे जाते हैं या गिरफ्तार होते हैं तो यह राशि पुलिस दल को दी जाती है। कई बड़े नक्सली नेताओं पर अलग-अलग राज्यों में वहां की नीति के मुताबिक इनाम घोषित किए गए हैं। ऐसे में जो नक्सली एक से ज्यादा राज्यों में सक्रिय हैं उन पर घोषित इनाम की राशि एक करोड़ से ज्यादा हो सकती है।

एनआइए ने बड़े नक्सल नेताओं पर अलग से इनाम किया घोषित

अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने भी बड़े नक्सल नेताओं पर अलग से इनाम घोषित कर दिया है। संबंधित नक्सलियों के पकड़े जाने पर एनआइए का इनाम भी इसमें जुड़ जाएगा। छत्तीसगढ़ में 2015 में नक्सल नीति बनी थी। उसी समय इनाम निर्धारित किए गए थे। तब से इनाम की राशि नहीं बदली है।

बस्तर आइजी ने कहा- छत्तीसगढ़ में नक्सल नेताओं पर एक-एक करोड़ की इनामी राशि घोषित

बस्तर आइजी सुंदरराज पी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में भाकपा माओवादी संगठन के महासचिव वसवराजू और पालित ब्यूरो के छह सदस्यों पर एक-एक करोड़ की इनामी राशि घोषित है। सेंट्रल कमेटी के सदस्यों पर 60 लाख का इनाम घोषित है। जोनल कमेटी के सदस्यों जैसे हिड़मा, सुजाता आदि पर 40 लाख तक का इनाम घोषित है। डिविजनल कमेटी के सदस्यों पर 20 लाख का इनाम है। गांवों में सक्रिय छोटे कैडर के नक्सलियों में मिलिशिया कमांडर पर एक लाख, जनताना सरकार के अध्यक्ष पर एक लाख, लोकल गुरिल्ला स्क्वायड के कमांडर पर पांच लाख व सदस्य पर तीन लाख का इनाम घोषित किया गया है। नक्सलियों के प्यादे यानी चेतना नाट्य मंच के सदस्य, किसान संगठन के सदस्य आदि पर 10 हजार का इनाम घोषित है।

ऐसे तय होती हे कुल इनामी राशि

बस्तर आइजी सुंदरराज पी ने बताया कि बड़े नक्सल नेताओं जैसे महासचिव, पालित ब्यूरो, सेंट्रल कमेटीं के सदस्यों आदि पर हर नक्सल प्रभावित राज्य में इनाम घोषित होता है। ऐसे मामलों में इनाम की कुल राशि एक करोड़ से ऊपर हो सकती है। हालांकि कुल कितना इनाम मिलेगा यह इस बात से तय होता है कितने राज्यों में वह नक्सली सक्रिय रहा। जैसे 2018 में जोनल कमेटी के सदस्य जपन्ना ने आंध्रप्रदेश में आत्मसमर्पण किया। उस पर छत्तीसगढ़ में 60 लाख रपये का इनाम घोषित था। ओडिशा व आंध्र में भी उसपर वहां की सरकारों की नीति के मुताबिक 40 से 60 लाख का अलग-अलग इनाम घोषित था। जपन्ना ज्यादातर ओडिशा व आंध्र के इलाके में सक्रिय रहा। उसे इन दोनों राज्यों में घोषित इनाम की राशि मिली पर छत्तीसगढ़ में उस पर कोई मामला दर्ज नहीं था, इसलिए छत्तीसगढ़ से घोषित राशि नहीं दी गई।

छत्तीसगढ़ में एक करोड़ के इनामी नक्सली

1- वसवराजू उर्फ प्रकाश उर्फ कृष्णा उर्फ केशव, पुत्र वासुदेव राव, निवासी ग्राम जियन्नापेंटा, मंडल कोटा बोमाली, जिला श्रीकाकुलम, तेलंगाना

2- मुपल्ला लक्ष्मण राव उर्फ रमन्ना उर्फ श्रीनिवास राव उर्फ दयानंद उर्फ चंद्रशेखर उर्फ गुडसा दादा उर्फ मलन्ना, पुत्र अल्लूरी भुजंगराव, निवासी ग्राम वीरपुर, मंडल सरंगापुर, जिला करीमनगर, तेलंगाना

3- कट्टकम सुदर्शन उर्फ आनंद उर्फ मोहन उर्फ बीरेंदर उर्फ सुदर्शन उर्फ महेश उर्फ रमेश उर्फ एनएन दुला, पुत्र मल्लेश, निवासी ग्राम बेल्ल्मपल्ली, जिला आदिलाबाद, तेलंगाना

4- मल्लुजुला वेणुगोपाल उर्फ विवेक उर्फ भूपति उर्फ सोनू, उर्फ लक्षन्ना -पुत्र वेंकटैया, निवासी ग्राम पेद्दापल्ली, जिला करीमनगर, तेलंगाना

5- मिशिर बेसरा उर्फ भास्कर उर्फ सुनिर्मल उर्फ सुनील उर्फ विवेक, पुत्र दरपन बेसरा निवासी ग्राम सनथल मधुनदी, थाना कीर्तन, जिला गिरीडीह, झारखंड

6- किसन दा उर्फ प्रशांत बोस उर्फ निर्भय उर्फ काजल उर्फ महेश उर्फ किशनजी निवासी जादवपुर, बंगाल

7- विवेक चंद्री यादव उर्फ प्रयाग उर्फ प्रयोगजी उर्फ प्रलय उर्फ विवेक उर्फ सीताराम मांझी उर्फ नागो मांझी, निवासी थेलगुड़ा, थाना ताड़ी, जिला धनबाद, झारखंड।


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