Move to Jagran APP

सेना प्रमुखों के सम्मेलन में आर्मी में हो रहे तेज बदलाव और हथियारों में आत्मनिर्भरता पर होगी चर्चा

भारतीय सेना प्रमुखों के आठवें सम्मेलन में नई सुरक्षा चुनौतियों के बीच सैन्य आधुनिकीकरण और सेना में तेजी से हो रहे बदलावों पर खास चर्चा की जाएगी। देश की रक्षा जरूरतों और हथियारों के निर्माण में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों पर भी बातचीत होगी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 07:42 PM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 10:51 PM (IST)
सेना प्रमुखों के सम्मेलन में आर्मी में हो रहे तेज बदलाव और हथियारों में आत्मनिर्भरता पर होगी चर्चा
सेना प्रमुखों के सम्मेलन में सैन्य आधुनिकीकरण और सेना में तेजी से हो रहे बदलावों पर खास चर्चा

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारतीय सेना प्रमुखों के आठवें सम्मेलन में नई सुरक्षा चुनौतियों के बीच सैन्य आधुनिकीकरण और सेना में तेजी से हो रहे बदलावों पर खास चर्चा की जाएगी। देश की रक्षा जरूरतों और हथियारों के निर्माण में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों पर भी बातचीत होगी। इस सम्मेलन में नेपाल के पूर्व सेना प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया है।

loksabha election banner

पूर्व सेनाध्यक्षों के साथ नेपाली सेना के पूर्व सेना प्रमुख 16 से शुरू हो रहे सम्मेलन में करेंगे शिरकत

भारतीय सेना प्रमुखों का यह सम्मेलन 16 से 18 सितंबर तक दिल्ली में होगा। इसमें मौजूदा सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के साथ ही देश के सभी जीवित पूर्व थल सेना प्रमुख शामिल होंगे। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में मुख्य आकर्षण नेपाली सेना के कई पूर्व प्रमुखों की मौजूदगी होगी। गौरतलब है कि नेपाली सेना के प्रमुख भारतीय सेना के मानद प्रमुख भी रहे हैं। सेना प्रमुखों का यह सम्मेलन पूर्व सेनाध्यक्षों और भारतीय सेना के वर्तमान नेतृत्व के बीच विचारों के आदान-प्रदान का एक मंच है।

मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में आधुनिक युद्ध लड़ने जैसे विषयों पर होगी मंत्रणा

इसके आठवें संस्करण में भारतीय सेना में तेजी से हो रहे परिवर्तन, रक्षा निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल के माध्यम से रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने जैसे विषयों पर फोकस रहेगा। इसके साथ ही मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में आधुनिक युद्ध लड़ने के लिए भारतीय सैनिकों के कौशल का निखार जैसे विषयों पर भी गहन मंत्रणा होगी। सेना के अनुसार सम्मेलन की शुरूआत से पहले सभी पूर्व सेना प्रमुख शहीद हुए सैनिकों को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि देंगे।

सम्मेलन के दूसरे दिन पूर्व सेना प्रमुख भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सेना के विभिन्न प्रशासनिक और मानव संसाधन पहलुओं पर संवाद करेंगे। सेना प्रमुख, सोसाइटी आफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स के सदस्यों के साथ भी बातचीत करेंगे जहां उन्हें भारतीय सेना और स्वदेशी निजी रक्षा निर्माताओं के बीच संस्थागत सहजीवन से अवगत कराया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.