Chhattisgarh: नक्सलियों के खिलाफ नहीं रुकेगा 'प्रहार', जंगलों में फिर घुसेंगे जवान
सरकार ने सुकमा और बीजापुर जिले में दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों की पदस्थापना की है। सुकमा में 21 मार्च को हुई नक्सली घटना को देखते हुए डीजीपी ने यह निर्देश जारी किया है।
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली मुठभेड़ में 17 जवानों के शहीद होने के बाद भी फोर्स का मनोबल टूटा नहीं है। नक्सलियों के कोर एरिया सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा में नक्सल विरोध अभियान ऑपरेशन प्रहार जारी रहेगा।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के विशेष सुरक्षा सलाहकार (SSA) के. विजय कुमार और डीजीपी ने सुकमा में आलाधिकारियों की करीब दो घंटे तक बैठक ली। इसमें छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ सीआरपीएफ के आलाधिकारी भी शामिल थे। डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों और जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए दो टूक कहा कि नक्सलियों की हरकत के बाद भी ऑपरेशन प्रहार नहीं रुकेगा। जवानों ने जंगल में विषम परिस्थितियों में जमकर मुकाबला किया है, ऐसे में अब फोर्स पीछे नहीं हटेगी।
योजना के साथ चलाया जाएगा अभियान
बताया जा रहा है कि बैठक में सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा में एक बार फिर योजना के साथ अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। जवान जहां तक पहुंचे हैं, उसके आगे के जंगलों में पूरी तैयारी के साथ आगे बढ़ेंगे। यही नहीं, जिस स्थान पर मुठभेड़ हुई है, वहां भी नक्सलियों को खुला नहीं छोड़ा जाएगा। वहां भी दोबारा ऑपरेशन किया जाएगा। डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि मुठभेड़ में नक्सली भी काफी संख्या में मारे गए हैं। एक दो दिन उनकी संख्या और नाम उजागर हो जाएंगे। जितने भी जवान शहीद हुए हैं, उनके हथियार नक्सली लूटकर ले गए हैं। जवान आमने सामने की लड़ाई दमदारी लड़े हैं और नक्सलियों को मुंह तोड़ जवाब दिया है। हमने ऑपरेशन प्रहार कई बार चलाया है, हर बार नक्सलियों को खदेड़ा है, लेकिन इस बार बड़ी क्षति हुई है।
सुकमा और बीजापुर में तैनात किए गए अतिरिक्त एसपी
सरकार ने सुकमा और बीजापुर जिले में दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों की पदस्थापना की है। सुकमा में 21 मार्च को हुई नक्सली घटना को देखते हुए डीजीपी ने यह निर्देश जारी किया है। पुलिस मुख्यालय से जारी आदेश के अनुसार महासमुंद एसपी जितेंद्र शुक्ला की ड्यूटी सुकमा जिले में और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की 10वीं वाहिनी के सेनानी केएस ध्रुव की ड्यूटी बीजापुर जिले में नक्सली अभियानों में मदद के लिए लगाई गई है।
गृहगांव भेजे गए शहीदों के शव
नक्सल हमले में शहीद हुए 17 जवानों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्य के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने श्रद्धांजलि दी। पुलिस के आलाधिकारियों ने सलामी देकर शवों को शहीदों के गृह गांव भेजा। शहीद हुए अधिकांश जवान सुकमा जिले के निवासी थी।