आंध्र प्रदेश में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई से एनजीटी हुआ खफा
एनजीटी पीठ ने डीएफओ को निर्देश दिया है कि वह आरोपों की जांच कर एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट ईमेल से ट्रिब्यूनल को भेजें।
नई दिल्ली, प्रेट्र। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) आंध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले में पेड़ों की बड़े पैमाने पर कटाई की खबरों से बेहद खफा है। उसने मंडलीय वन अधिकारी (डीएफओ) से रिलायंस जियो द्वारा जमीन के अंदर आप्टिकल फाइबर केबल बिछाने के दौरान भारी तादाद में पेड़ों की कटाई करने के आरोपों की जांच कर एक महीने के अंदर रिपोर्ट देने को कहा है।
एनजीटी प्रमुख जस्टिस आदर्श प्रकाश गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ ने आंध्र प्रदेश निवासी सी जनार्दन रेड्डी के शिकायती पत्र पर उपरोक्त आदेश जारी किया। पीठ ने डीएफओ को निर्देश दिया है कि वह रेड्डी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कर एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट ईमेल से ट्रिब्यूनल को भेजें।
अपने पत्र में जनार्दन रेड्डी ने आरोप लगाया है कि निजी टेलीकाम कंपनी ने जमीन के अंदर फाइबर ऑप्टिक केबल बिछाते समय कुर्नूल के नन्नूर से वेल्दुर्थी गांवों के बीच भारी तादाद में पेड़ों को काटकर गिरा दिया है। एनजीटी में याचिका दाखिल करने वाले रेड्डी ने अपने शिकायती पत्र के साथ अखबारों की कटिंग्स भी संलग्न की है। इस मामले में अगली सुनवाई अब अगले वर्ष 9 जनवरी को होगी।