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बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर पर निम्न दबाव का क्षेत्र, तूफान चेतावनी डिवीजन का अलर्ट

भारत मौसम विभाग के तूफान चेतावनी डिवीजन ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटी दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर निम्न दाब का क्षेत्र बन गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 02 May 2020 02:41 AM (IST)Updated: Sat, 02 May 2020 02:42 AM (IST)
बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर पर निम्न दबाव का क्षेत्र, तूफान चेतावनी डिवीजन का अलर्ट
बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर पर निम्न दबाव का क्षेत्र, तूफान चेतावनी डिवीजन का अलर्ट

नई दिल्ली, एएनआइ। दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटी दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर शुक्रवार को सुबह निम्न दाब का क्षेत्र निर्मित हो गया। भारत मौसम विभाग के तूफान चेतावनी डिवीजन ने यह जानकारी दी है। मौसम विभाग ने कहा है कि इसकी सक्रियता न्यून रहने का अनुमान है और पांच मई तक यह धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ सकता है। अधिकृत बयान में कहा गया है, 'अगले 48 घंटे के दौरान उसी क्षेत्र में यह और ज्यादा तेज हो सकता है।

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अगले 48 घंटे के दौरान अंडमान सागर और साथ लगती दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्नदाब गहरा हो सकता है और इसकी सक्रियता बढ़ सकती है।'विभाग ने मछुआरों को शुक्रवार को दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी थी। इसके अलावा मछुआरों को दो और तीन मई को दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी एवं चार एवं पांच मई को अंडमान सागर एवं साथ लगती दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने के लिए चेतावनी दी गई है।

बीते दिनों भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया था कि 13 देशों ने मिलकर उत्तरी हिंद महासागर, अरब सागर और हिंद महासागर में आने वाले 163 चक्रवाती तूफानों का नामकरण किया है। इनमें से कुछ चुनिंदा तूफानों के नाम शाहीन, गुलाब, तेज, अग्नि, आग आदि हैं। अगला चक्रवाती तूफान अंफान होगा जिसका नाम थाईलैंड ने रखा है। यह तूफान 2004 की सूची में शामिल है। दक्षिणी अंडमान सागर में निम्न दबाव के चलते इसके बंगाल की खाड़ी में आने की आशंका है।

वहीं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में आगामी पांच मई तक पहाड़ से लेकर मैदान बारिश की संभावना है। यही नहीं कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है जबकि ऊंची चोटियों पर बर्फबारी भी संभव है। मौसम विज्ञान विभाग की मानें तोपश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से सोमवार से मौसम फिर बदलेगा और अगले तीन दिन तक बादल भी छाए रहेंगे... साथ ही बारिश होने की संभावना भी बनी रहेगी।


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