नाराज नितिन पटेल बोले, 'मैंने अपनी बात आलाकमान को बता दी है'
पाटीदार आरक्षण आंदोलन के गढ़ मेहसाणा से जीतकर आए नितिन पटेल को लग रहा है कि नई सरकार में उन्हें कट टू साइज कर दिया गया हैं।
गांधीनगर, शत्रुघ्न शर्मा/एएनआइ। वित्त मंत्रालय छिन जाने से उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल नाराज हो गए हैं, देर रात्रि उनके पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल से लंबी चर्चा की खबर है। इसके चलते मुख्यमंत्री विजय रुपाणी व उपमुख्यमंत्री दोनों ही मुख्यमंत्री कार्यालय नहीं गए तथा अपने बंगलों पर रहकर ही लोगों से मिले। इस बीच पाटीदारों ने नितिन पटेल को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है। दूसरी ओर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने नितिन पटेल को भारतीय जनता पार्टी को छोड़ कांग्रेस में आने का निमंत्रण दिया है। सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) ने एक जनवरी को मेहसाणा बंद का एलान किया है। एसपीजी प्रमुख लाल जी ने नितिन भाई पटेल से मुलाकात की है।
यही नहीं पूर्व मंत्री सौरभ पटेल ने कहा कि भाजपा ने नितिन पटेल के साथ गलत किया। उन्होंने कहा कि पार्टी को पाटीदार समाज की भावना का ख्याल रखना चाहिए। इस बीच नितिन पटेल ने बयान देते हुए कहा कि मैंने अपनी बात आलाकमान को बता दी है, अपेक्षा रखता हूं कि पार्टी अनुकूल फैसला करेगी।
नितिन पटेल की नाराजगी पर हार्दिक पटेल आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'अगर गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल 10 अन्य विधायकों के साथ भाजपा छोड़ने के लिए तैयार हो जाएं, तो हम उन्हें कांग्रेस पार्टी में अच्छा पद दिलाने की बात करते हैं। अगर भाजपा उनका सम्मान नहीं करती, तो उन्हें पार्टी छोड़ देनी चाहिए।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नितिन पटेल का इस समय पूरे पटेल समुदाय को समर्थन करना चाहिए।
दरअसल, शनिवार को एक फ्लावर शो में पहुंचे सीएम ने फोन आने पर अचानक उठकर लंबी बात की, जिससे कई तरह की अटकलें शुरू हो गई है। उधर कांग्रेस हालात पर नजर रखे हुए है। विधानसभा चुनावों में जीत के बाद गाहे बगाहे भाजपा ने शपथ ग्रहण के एक भव्य समारोह के जरिए अपनी ताकत का प्रदर्शन कर दिया। लेकिन अंदरखाने मंत्रियों में विभगों को लेकर नाराजगी उभरकर सामने आ गई है।
वित्त व शहरी विकास मंत्रालय छिन जाने से पाटीदार नेता व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने अपनी नाराजगी मुख्यमंत्री रुपाणी व पार्टी आलाकमान के सामने जाहिर कर दी है। शुक्रवार को पूरा दिन इसी ऊहापोह में निकल गया कि मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री कब सीएमओ स्वर्णिम संकुल पहुंचेंगे, शनिवार को भी नितिन कार्यालय नहीं पहुंचे। इसी बीच अहमदाबाद में एक फ्लावर शो में पहुंचे मुख्यमंत्री रुपाणी एक फोन आते ही तुरंत मंच से उठकर दूसरी ओर जाकर बात करते नजर आए, फोन पर लंबी बात से यह तय है कि किसी बडे नेता का फोन आया इसीलिए सीएम को समारोह के बीच में उठकर बात करना पड़ा।
पाटीदार आरक्षण आंदोलन के गढ़ मेहसाणा से जीतकर आए नितिन पटेल को लग रहा है कि नई सरकार में उन्हें कट टू साइज कर दिया गया हैं। वित्त मंत्रालय उनसे छीनकर सौरभ पटेल को दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद भी नितिन पटेल को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा जोरों पर थी, लेकिन ऐनवक्त पर उनको उपमुख्यमंत्री की जवाबदारी सौंपी गई तथा सीएम का पद विजय रुपाणी को मिल गया था अब वित्तमंत्रालय व शहरी विकास मंत्रालय छिन जाने से नितिन पटेल पार्टी व सरकार से रूठ गए हैं।
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