स्वतंत्रता के 75वें साल के जश्न में नेहरू के योगदान को कम करके नहीं आंका जा सकता: ICHR निदेशक
भारत की स्वतंत्रता के 75वें साल के जश्न वाले पोस्टर में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर ना शामिल करने पर भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (आइसीएचआर) ने सोमवार को एक बयान जारी कर सभी आरोपों को खारिज कर दिया।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारत की स्वतंत्रता के 75वें साल के जश्न वाले पोस्टर में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर ना शामिल करने पर भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (आइसीएचआर) ने सोमवार को एक बयान जारी कर सभी आरोपों को खारिज कर दिया। आइसीएचआर के निदेशक ने आरोपों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि 'आजादी का अमृत महोत्सव' समारोह के अवसर पर पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को कम करके नहीं आंका जा सकता है।
एएनआइ से बात करते हुए, आइसीएचआर के निदेशक ओमजी उपाध्याय ने कहा कि आइसीएचआर वेबसाइट पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' का एक पोस्टर जारी किया गया था, जिसके कारण विवाद पैदा हो गया है। इस पोस्टर में कम से कम 50 से ज्यादा लोगों की तस्वीर हैं। नेहरू के योगदान को कम करके आंका नहीं जा सकता है। 7 से 8 पोस्टर निकाले जाने थे लेकिन अभी एक ही पोस्टर दिख रहा है, जल्द ही दूसरे पोस्टर तैयार हो जाएगे और वेबसाइट का हिस्सा होंगे।
आइसीएचआर के निदेशक ने कहा कि कई जाने-माने नायक भी आइसीएचआर पोस्टर का हिस्सा होंगे। जहां तक नेहरू की बात है तो उनका नाम आधुनिक भारत की एनसीइआरटी की किताब में 17 बार आया है। उनकी कई बार फोटो खींची जा चुकी है। हमारा मकसद उनके योगदान को कम करना नहीं है। ये पहला पोस्टर है, शायद जल्द ही अगले पोस्टर में नेहरू जी नजर आएंगे।
आइएचआर निदेशक ने साफ तौर पर कहा कि मैं किसी राजनीतिक टिप्पणी के पक्ष में नहीं जा सकता, मैं आपको फिर से बता रहा हूं कि आइसीएचआर की वेबसाइट पर कई पोस्टर हैं जिन्हें स्क्रॉल किया जाना है और यह पहचानना मुश्किल होगा कि कौन सा पहला पोस्टर है और कौन सा दूसरा। तकनीकी टीम सही समय पर सभी पोस्टर नहीं लगा सकी और पहले पोस्टर के बाद विवाद खड़ा हो गया जो सही नहीं है।
आइसीएचआर के अधिकारी ने आगे एएनआइ को बताया कि कई हस्तियां शामिल हैं जिनमें नेहरू जी भी शामिल हैं और स्वतंत्रता संग्राम में किसी भी व्यक्ति के योगदान को कम करने का कोई इरादा नहीं है।