जानिए, सुषमा स्वराज ने क्यों कहा- 'मदद करने में असमर्थ हूं'
सुषमा ने इसके बाद ट्वीट कर लिखा कि अदालत में मामला होने की वजह से वो मदद करने में असमर्थ हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। एक आदिवासी बच्चे की लापरवाही की वजह से हुई मौत के मामले में ईरानी महिला पर आरोप लगा था, जिसके बाद शुक्रवार को विदेश मंत्री विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ईरानी महिला से सबंधित मामले पर ओडिशा सरकार से एक रिपोर्ट मांगी थी। ठीक एक दिन यानि शनिवार को सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा है कि वो 'मदद करने में असमर्थ' है।
विदेश मंत्री ने कहा कि मुझे ओडिशा सरकार से रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिसमें ट्रायल कोर्ट ने नरगिस अस्थारी को दोषी ठहराते हुए तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। जिसके बाद नरगिस ने सत्र अदालत के समक्ष अपील दायर की है जो फिलहाल लंबित है। अपील किये जाने के बाद उन्हें फिलहाल, जमानत पर रिहा किया गया है।
सुषमा ने इसके बाद ट्वीट कर लिखा, 'यह एक न्यायिक आदेश है और मामला विचाराधीन है। इसलिए, मैं इस मामले में मदद करने में असमर्थ हूं।'
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गौरतलब है कि ओडिशा के रायगडा जिले में अपने एनजीओ परीशन फाउंडेशन के माध्यम से एक अनाथालय चलाने वालीं 28 साल की नरगिस के अश्तारी को लापरवाही से हुई बच्चे की मौत के मामले में आरेाप लगाये जाने के बाद हिरासत में लिया गया था।
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