अपने को फिट रखना है तो अपनी रोजाना एक्सरसाइज में शामिल करें दौड़, ये हैं फायदे
आज की आरामतलब जीवनशैली में लोगों के पास व्यायाम के लिए समय नहीं। ऐसे में दौड़ना सबसे अच्छा व्यायाम है।
नई दिल्ली, जागरण स्पेशल। मॉर्निंग वॉक हो या फिर ईवनिंग वॉक इसके अपने ही फायदे हैं। फायदे भी ऐसे जिनके बारे में हम लोग कम ही जानते हैं। लेकिन इसकी जानकारी लेना भी हम सभी के लिए जरूरी है। दौड़ने से आपके पूरी शरीर की एक्सरसाइज होती है। इसका सीधा संबंध आपके दिल, दिमाग, शरीर की मांसपेशियों से लेकर आपके ब्लड प्रेशर तक से है। दौड़ आपको सेहतमंद जिंदगी के करीब ले जाती है। दौड़ने से दिल बेहतर तरीके से काम करता है। टांगों की मांसपेशियों को ताकत मिलती है और वजन कम करने में भी दौड़ मददगार होती है। साथ ही रक्तचाप नियंत्रित रहता है और कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी कम होता है। और भी तमाम फायदे हैं जिन्हें दौड़ के जरिये हासिल किया जा सकता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि दौड़ हमारे मस्तिष्क की कार्यक्षमता में बढ़ोतरी करती है।
फिट रहने के लिए अन्य व्यायाम की तुलना में दौड़ना सबसे अच्छा व्यायाम है। दौड़ना बहुत ही सरल और जल्द फायदा पहुंचाने वाला व्यायाम है। दौड़ने के लिए किसी खास तकनीक की भी आवश्यकता नहीं होती। इससे ना केवल वज़न नियंत्रित होता है बल्कि आप पर उम्र का असर भी देर से दिखाई देता है। आज की आरामतलब जीवनशैली में लोगों के पास व्यायाम के लिए समय नहीं। ऐसे में दौड़ना सबसे अच्छा व्यायाम है। दौड़ने से ना केवल मांसपेशियां मजबूत होती हैं, बल्कि शरीर भी फिट रहता है।
दौड़ के फायदे अनेक
कुछ दिनों की दौड़ से ही मस्तिष्क में सैकड़ों-हजारों नयी कोशिकाओं का निर्माण हो जाता है। इससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता में इजाफा होता है। साथ ही आपकी याददाश्त पर भी सकारात्मक असर होता है। इससे आप डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसे याददाश्त संबंधी रोगों से बचे रह सकते हैं।
दिमागी कसरत से भी अधिक फायदेमंद
दौड़ने से हमारा दिल और फेफड़े बेहतर काम करते हैं। एक महत्त्वपूर्ण शोध ने दौड़ने और जवां मस्तिष्क के बीच की कड़ी ढूंढ निकाली है। इसमें कहा गया है कि कड़े कार्डियोवस्कुलकर व्यायाम करने से रक्त में अधिक मात्रा में ऑक्सीजन और ग्लूकोज पहुंचता है। जब आप लंबे समय तक दौड़ते हैं, तो आपको इसके दूरगामी लाभ प्राप्त होते हैं। सभी प्रकार के व्यायाम आपके दिमाग में अधिक ऊर्जा का निर्माण करते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया है कि एरोबिक्स से जुड़े व्यायाम दिमागी कसरत से अधिक लाभकारी होते हैं।
बीमारियों से मुक्ति
दौड़ने से डायबिटीज़, अर्थराइटिस और हृदय की बीमारियों का खतरा कम होता है। ध्यान रखें व्यायाम की शुरुआत में अधिक समय तक ना दौड़ें। धीरे-धीरे करके व्यायाम का समय बढ़ायें।
फिटनेस के लिए
वज़न नियंत्रित रखना है तो दौड़ने की आदत बना लें। अगर आप प्रतिदिन नहीं दौड़ सकते, तो हफ्ते में कम से कम 3 दिन दौड़ें। दौड़ने से शरीर में मौजूद अतिरिक्त वसा का प्रयोग होता है और शरीर का आकार ठीक रहता है।
बढ़ती है मैनेजिंग पावर
नियमित रूप से दौड़ने से आपकी निर्णयात्मक क्षमता में भी इजाफा होता है। इससे आप अधिक कुशलता से योजना -निर्माण कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको अन्य मस्तिष्क संबंधी कार्य, जैसे जादू को पकड़ना आदि करने में भी आसानी होती है।
स्वस्थ त्वचा चाहिए तो
दौड़ने से शरीर में रक्ता संचार ठीक प्रकार से होता है और झुर्रियां देर से पड़ती हैं। वर्क आउट से तनाव कम होता है और आपकी त्वचा में भी चमक आती है।
प्रतिरोधी क्षमता
दौड़ने से शरीर की मेटाबॉलिज्म तेज होता है और प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। स्वस्थ शरीर के लिए प्रतिरोधी क्षमता का ठीक से काम करना बेहद आवश्य़क है।
तनावमुक्ति का साधन
तनाव को हम आधुनिक जीवनशैली से अलग नहीं कर सकते। शायद आपने पहले भी तनावमुक्ति के कई साधन अपनाये हों। इस बार प्रतिदिन कुछ देर तक दौड़ कर देखें।
सर्दी ज़ुकाम से छुटकारा
बदलते मौसम के साथ सर्दी-जु़काम जैसी समस्याएं होना आम है। लेकिन व्यायाम आपको सर्दी-जुकाम जैसे संक्रमण से भी छुटकारा दिला सकता है। दौड़ना सभी उम्र के लोगों के लिए अच्छा व्यायाम है, तो क्यों ना चिर-युवा दिखने के लिए इस आसान व्यायाम को अपनायें।
[अगर आपको पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या- है, तो एक बार चिकित्सक से संपर्क ज़रूर कर लें]।