Move to Jagran APP

आपके पास कितना समय है अपने लिए?, ‘मी टाइम’ से खुद को करें चार्ज

वरिष्ठ मनोविज्ञानी डॉ. प्रेरणा कोहली के मुताबिक ‘इन दिनों यदि खुद पर ध्यान नहीं देते अपने लिए समय नहीं निकालते तो नकारात्मक सोच को बढ़ावा मिल सकता है। ऐसा न हो इसके लिए आपको करना चाहिए।’ मी टाइम आपको खुद को ‘चार्ज’ करने का बेहतर अवसर दे सकता है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Thu, 15 Oct 2020 01:38 PM (IST)Updated: Thu, 15 Oct 2020 01:38 PM (IST)
आपके पास कितना समय है अपने लिए?, ‘मी टाइम’ से खुद को करें चार्ज
मी टाइम आपको खुद को ‘चार्ज’ करने का बेहतर अवसर दे सकता है।

नई दिल्ली, सीमा झा। दिनचर्या का प्रबंधन एक चुनौती बन गई है। वह चाहे ऑनलाइन कक्षाओं में उलङो बच्चे हों या फिर वर्क फ्रॉम होम करते पेशेवर लोग। खुद के लिए समय निकालना खुद को जैसे एक विशेष तोहफा देना लगता है। गृहिणियों की भी अपनी समस्या है। घर में सभी सदस्यों का खयाल रखने में व्यस्त रहने के कारण वे अपना पसंदीदा काम नहीं कर पा रहीं। जैसे, बीमा क्षेत्र में कार्यरत अपने पति के काम में हाथ बंटाने वाली आरती कहती हैं, ‘मैं पहले अपनी बेटी को डांस क्लास सिखाने के लिए ले जाते समय इस बात से खुश रहती थी कि जब तक वह डांस की क्लास में होगी, तो मैं घर में खुद सालसा डांस के कुछ स्टेप सीखने का समय निकाल लूंगी। पर फिलहाल यह बीते दिनों की बात लगती है।’

loksabha election banner

खुद को समय देने का क्या अर्थ है? : वह समय, जो केवल आपके लिए हो। वह समय कैसे मिले, जब आपको हर वक्त थकान का एहसास हो। आप बिस्तर पर जाएं और नींद की कमी महसूस होती हो। चिड़चिड़ापन हावी रहता हो और बेवजह कुंठा, ऊब का अनुभव करते हों। एकरसता हावी हो गई हो। आपका अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रहता। वरिष्ठ मनोविज्ञानी डॉ. सुजाता मिन्हास के मुताबिक, ‘इस समय तो कुछ लोगों को यह सोचकर भी अटपटा लगता है कि वे ऐसा कोई समय निकाल पाएंगे, जो केवल अपना होगा। बाहर का कोई दखल नहीं। यह मनोदशा बताती है कि लोग किस तरह से एंग्जायटी से जूझ रहे हैं।’ खुद को समय देने का अर्थ है आप थोड़े समय एकांत में हों, अकेले हों। अपनी कोशिशों के बारे में सोच पाते हों, उनकी समीक्षा कर पाते हों और सबसे सुंदर बात, अपनी थकान मिटाने के लिए कुछ ऐसा काम कर पाएं जो आपको तरोताजा कर दे।

जानिए क्या हैं खुद को समय देने के लाभ

आप जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर विस्तार से सोच पाते हैं। यह लोगों या काम से घिरे रहने के दौरान मुश्किल होता है।

खुद को बेहतर समझ सकते हैं, अपनी कमजोरियों-खूबियों पर मंथन कर सकते हैं। सबसे प्यारी बात, अपने साथ रिश्ता बेहतर करने का अच्छा अवसर है यह समय।

तनाव और एंग्जायटी कम करने का अच्छा बहाना हो सकता है यह। इस अवधि में आपकी खोई ऊर्जा वापस मिल सकती है।

खुद से करें वादा

सबको एक समान समय मिला है यानी चौबीस घंटे। इसी में से आपको अपने लिए कुछ समय चुराना है।

जब आप अपना पसंदीदा काम कर रहे हों तो उस वक्त अपने पास बाहरी अशांत करने वाली चीजें न रखें, जैसे-मोबाइल, आईपैड, लैपटॉप , कोई गैजेट आदि।

पसंदीदा काम करने का मतलब यह नहीं कि आपको कुछ गतिविधियां करनी ही हैं। आपका मन केवल सोने का हो तो कभी बस कुछ समय शांति की नींद भी काफी है। जाहिर है वे काम जो आपको पसंद हों और आपके रूटीन के काम से इतर हों।

‘मी टाइम’ से खुद को करें चार्ज : जो तमाम दबावों के बीच अपने लिए समय यानी ‘मी टाइम’ निकाल पा रहे हैं, आप देखेंगे उनकी ऊर्जा कमाल की होती है। वे समय से शिकायत नहीं करते, जो मिलता है। एक-एक पल को भरपूर जी लेना चाहते हैं। जाहिर है, जो हर परिस्थिति में खुश रहना जानते हैं, वे बड़ी से बड़ी मुश्किल में भी हौसला रख पाते हैं। वरिष्ठ मनोविज्ञानी डॉ. प्रेरणा कोहली के मुताबिक, ‘इन दिनों यदि खुद पर ध्यान नहीं देते, अपने लिए समय नहीं निकालते तो नकारात्मक सोच को बढ़ावा मिल सकता है। ऐसा न हो, इसके लिए आपको करना चाहिए।’ मी टाइम आपको खुद को ‘चार्ज’ करने का बेहतर अवसर दे सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.