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Hoshangabad Murder Case में एक और सनसनीखेज खुलासा, आरोपित डॉक्टर ने बताई दास्तां

आरोपी डॉक्टर सुनील ने बताया कि उसे एक ठेकेदार से चेक बाउंस के केस में 5.45 लाख रुपए मिलने थे, जिस पर वीरू की नजर थी। रिमांड खत्म होने के बाद डॉक्टर को जेल भेज दिया गया है।

By TaniskEdited By: Published: Sun, 10 Feb 2019 10:47 AM (IST)Updated: Sun, 10 Feb 2019 12:12 PM (IST)
Hoshangabad Murder Case में एक और सनसनीखेज खुलासा, आरोपित डॉक्टर ने बताई दास्तां
Hoshangabad Murder Case में एक और सनसनीखेज खुलासा, आरोपित डॉक्टर ने बताई दास्तां

होशंगाबाद, जेएनएन। ड्राइवर वीरू उर्फ वीरेंद्र पचौरी की हत्या कर शव के टुकड़े करने वाले आरोपित डॉ.  पुलिस रिमांड में एक और सनसनीखेज खुलासा किया है। डॉक्टर ने बताया कि उसे एक ठेकेदार से चेक बाउंस के केस में 5.45 लाख रुपए मिलने थे, जिस पर वीरू की नजर थी। रिमांड खत्म होने के बाद शनिवार को डॉक्टर को जेल भेज दिया गया। जेल जाने से पहले वह फूट फूटकर रोया। स्वास्थ्य विभाग के संचालक डॉ. जे. विजय कुमार ने डॉ. सुनील मंत्री का निलंबन आदेश जारी कर दिया है।

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पुलिस के मुताबिक, डॉ. सुनील ने शहर के एक बड़े ठेकेदार को साल 2012 में 9 लाख रुपए उधार दिए थे। राशि लौटाने के लिए ठेकेदार ने डॉक्टर को 5.20 लाख रुपए का चेक दिया था, जो बाउंस हो गया। इसके बाद डॉक्टर ने ठेकेदार के खिलाफ केस कर दिया था। सात जनवरी 2017 को कोर्ट ने ठेकेदार को आदेश दिए थे कि वह डॉक्टर को ब्याज सहित पांच लाख 45 हजार रुपए चुकाए, लेकिन इसके बाद भी ठेकेदार ने राशि नहीं दी थी। इसकी अगली पेशी 15 फरवरी 2019 को होनी है। इसके बारे में ड्राइवर वीरू को जानकारी थी और वह इसे हड़पना चाह रहा था। 

जेल जाने से पहले रोया
तीन दिन की रिमांड खत्म होने के बाद पुलिस ने आरोपित डॉ. सुनील मंत्री को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट से उसे जेल भेजने के आदेश निला। जेल जाने से पहले वह फूट फूटकर रोया। सेंट्रल जेल पहुंचते ही उसने जेलकर्मियों को नमस्ते किया। फिर बैरक के एक कोने में बैठ गया। उसकी बैरक के पास अतिरिक्त जेलकर्मी तैनात किए गए हैं और उसे जरूरी दवाएं भी उपलब्ध करा दी गई हैं।

जरूरत पड़ी तो दोबारा रिमांड पर लेंगे
होशंगाबाद के एसडीओपी मोहन सारवान ने कहा  'आरोपित डॉ. सुनील मंत्री को कोर्ट के आदेश पर सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। हमारे पास 90 दिन का समय है। इस दौरान साक्ष्य एकत्र किए जाएंगे। निर्धारित समयसीमा में चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। जरूरत पड़ी तो आरोपित को दोबारा रिमांड पर लिया जाएगा।


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