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Honey Trap Case: श्वेता और बरखा समेत 3 आरोपी 30 सितंबर तक पुलिस रिमांड में भेजे गए

Honey Trap Case मध्यप्रदेश के चर्चित हनी ट्रैप मामले में आरोपी श्वेता विजय जैन श्वेता स्वप्निल जैन और बरखा को 30 सितंबर तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है।

By Tilak RajEdited By: Published: Fri, 27 Sep 2019 05:39 PM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 07:06 PM (IST)
Honey Trap Case: श्वेता और बरखा समेत 3 आरोपी 30 सितंबर तक पुलिस रिमांड में भेजे गए
Honey Trap Case: श्वेता और बरखा समेत 3 आरोपी 30 सितंबर तक पुलिस रिमांड में भेजे गए

भोपाल, एएनआइ। मध्यप्रदेश के चर्चित हनी ट्रैप मामले में आरोपी श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वप्निल जैन और बरखा को 30 सितंबर तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है। इस मामले में दो अन्य आरोपियों आरती दयाल और मोनिका यादव को 1 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में रखने का निर्देश दिया गया है।

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सूत्रों ने बताया कि इस हनी ट्रैप मामले में किंगपिन श्वेता स्वप्निल जैन ने राज्य सरकार के महत्वपूर्ण विभागों को संभालने वाले अफसरों व नेताओं के हनीट्रैप के लिए बड़ी कॉल ग‌र्ल्स को अपने साथ जोड़ा था। श्वेता इन कॉल ग‌र्ल्स को सुविधानुसार किसी गेस्ट हाउस या पांच सितारा होटल में किसी अफसर या नेता के पास भेजती थी। वहां किसी गुप्त मोबाइल या कैमरे से उस अफसर या नेता की कॉल गर्ल के साथ आपत्तिजनक अवस्था का वीडियो बना लिया जाता था। जब कोई अफसर या मंत्री किसी सरकारी काम से मुंबई या दिल्ली जाते थे तो वहां उन्हें उनकी मांग के अनुसार मॉडल व बॉलीवुड अभिनेत्रियां भी उपलब्ध कराई जाती थीं।

बताया जा रहा है कि आरोपित आरती दयाल ने भी पूछताछ के दौरान स्वीकार किया है कि वह मध्‍यप्रदेश के एक वरिष्ठ आईएएस अफसर के संपर्क में आई और उन्होंने उसे कई मंत्रियों से मिलवाया। उस आईएएस अफसर ने उसे भोपाल में एक फ्लैट भी दिलवाया। बाद में यह फ्लैट उसकी सभी अवैध गतिविधियों का अड्डा बन गया। आरती ने यह भी बताया कि फ्लैट के कुछ कमरों में गुप्त कैमरे लगाए गए थे जहां नेताओं, अफसरों व सरकारी इंजीनियरों की आपत्तिजनक अवस्थाओं के वीडियो बना लिए जाते थे। आरती ने यह भी बताया कि उसने कुछ मामलों में मंत्रियों को बॉलीवुड की बी-ग्रेड की अभिनेत्रियां व मॉडल भी उपलब्ध कराई। श्वेता की तरह आरती का भी एनजीओ है। वह अफसरों व मंत्रियों को कॉल ग‌र्ल्स उपलब्ध कराने के बदले अपने एनजीओ के लिए भारी भरकम सरकारी फंड लेती थी।


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