एनआइए को आइएम मामलों से दूर रहने का निर्देश
गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) आतंकियों से जुड़े मामलों से दूर रहने का आदेश दिया है। आतंकियों सैयद मकबूल और इमरान खान की जमानत अर्जी को लेकर एनआइए के वकील के बीच में कूदने और दिल्ली पुलिस और जांच एजेंसी के बीच हुए संवाद को दिल्ली हाई कोर्ट में जमा करने का
नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) आतंकियों से जुड़े मामलों से दूर रहने का आदेश दिया है। आतंकियों सैयद मकबूल और इमरान खान की जमानत अर्जी को लेकर एनआइए के वकील के बीच में कूदने और दिल्ली पुलिस और जांच एजेंसी के बीच हुए संवाद को दिल्ली हाई कोर्ट में जमा करने को लेकर उठे विवाद को शांत करने के लिए मंत्रालय ने यह कदम उठाया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और एनआइए अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान मामले के एनआइए को हस्तांतरित करने की इजाजत नहीं होने के बावजूद जांच एजेंसी के वकील के हाई कोर्ट में पेश होने का मामला भी उठा। गौरतलब है कि हैदराबाद के दिलसुखनगर ब्लास्ट मामले में दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने दोनों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद एनआइए ने संघीय जांच एजेंसी का हवाला देकर इस मामले को अपने पास हस्तांतरित करने के लिए गृह मंत्रालय से संपर्क किया था। मामले की जांच में प्रगति का हवाला देकर दिल्ली पुलिस ने केस के हस्तांतरण का जबरदस्त विरोध किया था। लेकिन मंत्रालय ने उस समय दिल्ली पुलिस के तर्को को दरकिनार कर इसे एनआइए को सौंप दिया था।
राजस्थान ले जाए गए आतंकी
इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) के भारत में चीफ तहसीन अख्तर उर्फ मोनू और वकास को जांच के लिए राजस्थान ले जाया गया है। अभी कुछ दिन पहले ही दोनों को उड़ीसा, केरल और कर्नाटक में ले जाया गया था। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, जांच में कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों की बरामदगी की गई हैं। राजस्थान की यात्रा के दौरान दोनों आतंकियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।